जर्मनी देश की राजधानी बर्लिन में एक अनोखा प्रयोग करने की तैयारी हो चुकी है। यहां रहने वाले मुसलमानों, यहूदियों और ईसाइयों ने मिलकर एक ही इमारत में तीनों धर्मों के प्रार्थनास्थल बनाने का फैसला किया है। इस इमारत का नाम होगा दि हाउस आॅफ वन। इसमें मुसलमानों का धार्मिक स्थल मस्जिद, ईसाइयों का गिरजाघर और यहूदियों का सिनेगॉग एक साथ बने होंगे। ईंट से बनी इस इमारत के बीचोंबीच एक चैकोर टॉवर होगा। कह सकते हैं कि यह इमारत का मुख्य हिस्सा होगा।
फैसला लेने वाले तीन धर्मों के नेताओं में से एक रब्बी टोविया बिन शेरिन के अनुसार
धर्मों में मतभेद होने के कारण लगातार पूरी दुनिया में हिंसा हो रही है। यह एक समस्या है कि सभी धर्मों के लोग खुद को एक दूसरे से ऊंचा समझते हैं।
धार्मिक नेता इमाम कादिर के अनुसार लोग समझते हैं कि सभी मुसलमान हिंसा करने वाले होते हैं। इस प्रयोग के ज़रिए यह छवि टूटेगी। उन्होंने कहा यह प्रयोग जोखिम भरा भी साबित हो सकता है लेकिन कभी तो किसी न किसी को ऐसा कदम उठाना ही होगा।