महोबा शहर, सदर तहसील के भीतर पानी के लाने फ्रीजर धरो हे।, पे ऊ फ्रीजर मे सालन से ताला लगो हे। तहसील में आये वालो आदमी पानी के लाने एते ओत भटकत हे। दोनऊ समय अधिकारियन की नजर परत हे, पे ऊ फ्रीजर को ताला खोलवाये ओर बनवायें के लाने कोनऊ ध्यान नई देत हे।
घन्डुआ गांव को रामनाथ ओर करहरा गांव को रामाधार बताउत हे की तहसील एक एसी जघा हे। जिते आदमी दिन भर आउत जात हे। एते दो हैण्डपम्प लगे हे जीमें से एक खराब हे ओर दूसरे को पानी खारा हे। फ्रीजर देखे के लाने धरो हे। ऊमें जंग लग गओ हे, कोनऊ नई बनवाउत हे। आदमियन खा प्यास लगत हे तो एते ओते भटकत हे। महोबा की राजाबाई ओर सिजहरी की शान्ती कहत हे की ठंडा पानी पिये के लाने तीन रूपइया को पाउच खरीदने परत हे। फ्रीजर देखके पानी पियन जात हे तो ओते ताला नजर आउत हे। तहसील दिवस में तमौरा गांव के एक दर्जन आदमी दरखास देन आये हते। पानी की व्यवस्था न होंय पे जम के हंगामा करों। कहत हते की अधिकारी अपने पिये खा बोतल मगां लेत हे। हम गरीब आदमी किते से पानी पिये। न ही टैंकर हे हैण्डपम्प खराब हे। जोन सही हे ऊखो पानी अच्छो नइयां। हर तहसील दिवस मे हजारन को आदमी दरखास लेके आउत हे। एस.डी.एम. सुशील प्रताप सिंह से ईखे बारे में बात की तो उने कहो की टैंकर की व्यवस्था हे। फ्रीजर खा जल्दी सही कराओ जेहे।
रिपोर्टर – श्यामकली, सुनीता प्रजापति