अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 16 फरवरी को अपने अल्प समय के कामकाज का बचाव करते हुए मीडिया पर तीखा प्रहार किया और कहा कि मीडिया नियंत्रण से बाहर हो गई है। वाइट हाउस में आनन-फानन में बुलाया गया संवाददाता सम्मेलन में राष्ट्रपति ने कहा कि कार्यभार संभालने के बाद विरासत में उन्हें अमेरिका और विदेश में खामियां ही मिली हैं, बावजूद इसके उनकी उपलब्धियों को कम कर दिखाया गया है।
उन्होंने कहा कि ह्वाइट हाउस में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में वह इसलिए आए हैं ताकि वे अपनी बात सीधे जनता तक पहुंचा सकें।
सूत्रों के अनुसार, ट्रंप ने कहा कि मीडिया बेईमान हो चुकी है और वह इसके बारे में चर्चा नहीं करेंगे तो अमेरिका के लोगों को बड़ा नुक्सान होगा। उन्होंने शेयर बाजार में आई तेजी और अवैध अप्रवासियों पर कार्रवाई को अपनी उपलब्धियों के रूप में पेश किया। इसके अलावा उन्होंने कहा कि यात्रा प्रतिबंध पर नया संशोधित कार्यकारी आदेश अगले सप्ताह आने की उम्मीद है जो अदालती आदेश के अनुरूप होगा। उल्लेखनीय है कि सात मुस्लिम बहुल देशों से आने वाले लोगों पर ट्रंप प्रशासन के प्रतिबंध पर अदालत ने रोक लगा दी थी।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने आरंभिक दिनों में अपने मंत्रिमंडल में अव्यवस्था की बात को सिरे खारिज करते हुए कहा कि नया प्रशासन फाइन ट्यून मशीन की तरह काम कर रहा है। लेकिन हकीकत यह है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइकल फ्लिन को इस्तीफा देना पड़ा था और भावी श्रम मंत्री का नाम वापस लेना पड़ा था। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि रूस से अच्छे संबंधों के बारे में उनके रुख को मीडिया सही ढंग से पेश नहीं कर रही है।
ऐसा इतिहास में पहली बार हो रहा है कि राष्ट्रपति और मीडिया के बीच एक जंग सी जारी हो गयी है। ये ट्रंप की असमान्य राजनीती का एक और उदाहरण बन गया है।