जिला चित्रकूट, ब्लाक मानिकपुर, बम्बिहा। हिंया के सुमित्रा आखिन मा आंसू भर के बताइस हवै कि मनसवा रामबरन चार बरस से टी.बी. के बीमारी से परेशान हवै। यहै से कर्जा कइके कइयौ अस्पताल मा देखाये हौं। अबै तक कउनौ फायदा नहीं भा। यहै से कइयौ दरकी प्रधान फरसराम से भी कहे हौं, पै कउनौ ध्यान नहीं दिहिस
सुमित्रा का कहब हवै कि गरीब मेहरिया मेहनत मजूरी कर आपन बच्चा पालत हौं अउर मनसवा रामबरन टी.बी के बीमारी से परेशान हवै। कउनौ सहारा करैं वाला नहीं आय। जउन कर्जा कइके मनसवा के बीमारी मा लगाये हौं वा भी कर्जा भरै का परा हवै। सरकार कइती से कउनौ मदद नहीं मिलत आय कि कुछौ सहारा मिल जात तौ दवाई करावै का थोइ आराम होइ जात। यहै से कइयौ दरकी प्रधान से कहे हौं, पै वा भी हम गरीबन का नहीं सुनत आय।
प्रधान फरसराम का कहब हवै कि उंई सरकारी अस्पताल मा दवाई करावैं तौ फार्म मिली अउर सेत मा दवाई करावै का कार्ड मिली अउर टी.बी के मरिजन का रूपिया भी मिलत हवै।
टी.बी. के बीमारी से परेशान
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