मनरेगा के तहत सरकार पंचायत के मुखिया के विकास के लेल खर्च करे के लेल देई छथिन। ताकि लोग के लाभ मिलतई। लेकिन पंचायत के विकास के बदला में जनप्रतिनिधि अपने विकास करे लगई छथिन।
जईसे कि सीतामढ़ी अउर शिवहर जिला के बहुत अईसन विद्यालय के फिल्ड नीच हो गेल हई। जेई कारण बरसात में पानी अउर किचर से भर जाई छई। इ समस्या शिवहर जिला के तरियानी प्रखण्ड के विश्वम्भरपुर अउर विशुनपुर फकिरा मध्य विद्यालय में देखे के लेल मिललई। सीतामढ़ी जिला के रीगा प्रखण्ड के मेंहदी नगर नवसृजित विद्यालय के फिल्ड ऐतना निच हई कि रसोइया, शिक्षक अउर विद्यार्थी सबके जाये-आवे में दिक्कत होई छई। जब मुखिया लोग के तनको ध्यान गांव के विकास पर रहतियई त शायद इ समस्या विद्यालय में देखेला न मिलतियई। विद्यालय के समस्या के साथ-साथ सोलर लाइट के समस्या सामने अलई। जब शिक्षक विद्यालय के मिट्टीकारण के लेल मुखिया के कहल जाई छई त बहाना बना देई छथिन। जब मुखिया अपन दायित्व समझतियई त इ समस्या देखे के न मिलतियई। जबकि विद्यालय के मिट्टीकरण के लेल विभाग के जिम्मेदारी भी न हई। पंचायत के जनप्रतिनिधि अपन स्वार्थ के साथ विद्यालय के विकास के उपर ध्यान देथिन त शायद हजारों बच्चा के भविष्य बनतियई।
जन प्रतिनिधि दिउ विकास पर ध्यान
पिछला लेख