जिला चित्रकूट, ब्लाक कर्वी ,गाव कसहाई कर्वी के कसहाई गांव के कुंजन पुनरवा का जाये वाली सड़क बहुतै ख़राब हवै । मड़ई सड़क बनवावे खातिर प्रधान राम सजीवन से कहिन, पेै सड़क बनवावे खातिर ध्यान नहीं दीन गा हवै। हिंया के राजा अउर शिवकुमार का कहब हवै कि सड़क मा बड़े-बड़े गडवा हवै। हमार छोट-छोट बच्चा, बूढ़ गिर जात हवै। साइकिल भी पंचर होई जात हवै। यहिसे लोगन के चोटावै का डेर बना रहत हवै। बारिस के समय पुर सड़क मा पानी भरा रहत हवै। यहिसे गंदे पानी के छीटा लोगन के ऊपर परत हवै। सड़क बनवावे के चिंता प्रधान का नहीं आय गम सबै ठेलिया मा सब्जी लगा के बेचिंत हन हमार ठेलिया पलटे का खतरा बना हवै। अगर सब्जी के ठेलिया पलट जई तौ हमार बहुतै नुक्सान होई सकत हवै। का जबै बड़ी घटना घट जई तबै प्रधान सड़क बनवाई। काहे से कि अवै तक मा प्रधान का सड़क बनवावै के सुध नहीं आय।
प्रधान राम सजीवन का कहब हवै कि या समय बर्षात का मौसम हवै। यहिसे सड़क बनवावे का मोरम नहीं मिलत हवै। मोहिका खुद सड़क बनवावे के चिंता लाग राहत हवै। मैं कोशिश मा लाग रहत हौं कि कत्तौं अगर मोरम मिल जाये तौ सड़क मा दरवा दीन जाये। लोगन का लागत हवै कि प्रधान का सड़क बनावे का चिंता नहीं हवै। या बात गलत आय। मैं रोजै हिंया हुंवा घूमत फिरत हौं। मोरम नहीं मिलत हवै। यहिसे मैं चुपचाप बईठ जात हौं। यहिसे लोगन का लागत हवै कि प्रधान तौ हमार समस्या का ध्यान नहीं देत हवै। या बात गलत हवै।
प्रधान राम सजीवन का कहब हवै कि या समय बर्षात का मौसम हवै। यहिसे सड़क बनवावे का मोरम नहीं मिलत हवै। मोहिका खुद सड़क बनवावे के चिंता लाग राहत हवै। मैं कोशिश मा लाग रहत हौं कि कत्तौं अगर मोरम मिल जाये तौ सड़क मा दरवा दीन जाये। लोगन का लागत हवै कि प्रधान का सड़क बनावे का चिंता नहीं हवै। या बात गलत आय। मैं रोजै हिंया हुंवा घूमत फिरत हौं। मोरम नहीं मिलत हवै। यहिसे मैं चुपचाप बईठ जात हौं। यहिसे लोगन का लागत हवै कि प्रधान तौ हमार समस्या का ध्यान नहीं देत हवै। या बात गलत हवै।
02/08/2016 को प्रकाशित
ठेले पलटे, लोगों को लगी चोट, लेकिन नहीं बनी पक्की सड़क
चित्रकूट के कसहाई गाँव के कुंजन पुरवा में राहगीर साल भर परेशान