ज़िला चित्रकूट, ब्लॉक कर्वी। बुंदेलखंड में पैदा होने वाला तेंदू का फल यहां के लोगों को खूब भाता है। पसीने से तर बतर कर देने वाली गरमी में ठंडक देने वाला तेंदू के फल का स्वाद मीठा होता है। बुंदेलखंड के कई इलाकों बांदा, चित्रकूट के कई गांवों में यह कमाई का महत्वपूर्ण ज़रिया है।
कर्वी के भीचैली पुरवा के हरिमोहन ने बताया कि हम हर साल मार्च से लेकर जुलाई तक तेदूं का फल तोड़ने का काम करतें है। बाकी समय दूसरों के खेतों में काम करते हैं। तेदूं तोड़ने के लिए हम मध्य प्रदेश के सतना जिले के जंगलो में जाते हैं। रेंजर आफिस से हर साल पांच सौ रुपए में तेदूं तोड़ने के लिए पास बनवाना पड़ता है। यह काम हमारी तीन पीढ़ी से चल रहा है। सुबह से शाम तक एक दिन में पचास किलो तक तेंदू तोड़ा जा सकता है। उसके बात कर्वी में बेचने आते हैं। यहां पर इसे पंद्रह से बीस रुपए किलो तक बेचते हैं।
गरमी में ठंडक देता तेंदू फल
पिछला लेख