कलाकार – शशांक अरोड़ा, शिवानी, रणवीर शौरी, अमित सियाल, निर्देशक – कनु बहल
आपको इस फिल्म को देखने से पहले खुद को तैयार करना होगा क्या आप गरीबी को देख सकते हैं ? हो सकता है कि इस फिल्म को देखकर आपको उल्टी जैसा लगे। लेकिन कहते हैं ना कि सच कड़वा होता है।
फिल्म की शुरूआत होती है एक परिवार से जो बहुत ही गरीब और दबा कुचला है। जिन्हें दो रोटी के लिए जानवरों जैसे रहना पड़ता है। दिल्ली में रहनेवाले इस परिवार में तीन लड़के हैं। सबसे छोटा लड़का तितली है। तितली की माँ को लड़की चाहिए थी लड़की ना होने से उसकी माँ ने उसका नाम तितली रख दिया। तितली के दो बड़े भाई हैं जो लूटपाट का काम करते हैं तितली को भी उनका साथ देना पड़ता है तो वो सोचता है कि वो वहाँ से भाग जाए लेकिन उसके भाई नीलू यानी शिवानी रघुवंशी के साथ उसकी शादी करा देते हैं ताकि तितली घर छोड़कर कहीं ना जाए और उन्हें भी अपनी चोरी के काम में किसी लड़की की ज़रूरत होती है तो वो सोचते हैं कि उसी लड़की से उनका काम हो जाएगा। लेकिन नीलू वो काम नहीं करना चाहती। वो किसी और से प्यार करती है। नीलू और तितली के बीच में एक समझौता होता है। अब समझौता जानने के लिए तो आपको फिल्म देखनी होगी ना भई।
बात करे अगर फिल्म की तो निर्देशक ने वास्तविकता दिखाई है कि एक गरीब परिवार कैसे रहता है और वो दो रोटी के लिए क्या-क्या करने को तैयार हो जाता है। फिल्म के सभी कलाकारों ने बेहतरीन काम किया है। अगर आप सच्चाई देख सकते हैं तो इसे ज़रूर देखें।