खबर लहरिया के छह जि़लों की पैंतिस महिला पत्रकारों की एक मीटिंग में तय हुआ कि देश के एकमात्र स्थानीय भाषा के अखबार को नया रूप देने का समय आ गया है। कुछ ही महीनों में आपका पसंदीदा अखबार नए रंग-रूप में नई खबरों के साथ आ रहा है।
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कुछ नए का करें दिल थामकर इंतज़ार – आपका खबर लहरिया बदल रहा है
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