महोबा शहर, कीरत सागर में 18 सितम्बर 2014 खा बुन्देलखण्ड के किसानन ने अपनी मांगन खा लेके महापंचायत करी हे। जीमें अलग-अलग जिला के हजारन किसान शामिल हते। ऊने महोबा डी.एम. वीरेश्वर सिंह खा ज्ञापन देके मुख्यमंत्री खा भेजो हे।
ब्लाक जैतपुर ननवारा गांव के किसान यूनियन के ब्लाक अध्यक्ष पूरनलाल अहिरवार ने बताओ कि सरकार चुनाव के पेहले बड़े-बड़े वादा करत हे। बाद में सब भूल जात हे। राष्ट्रीय अध्यक्ष विमल कुमार शर्मा ओर मण्डल प्रभारी गजबदन ने बताओ कि मांगे पूरी न होय पे हम बुन्देलखण्ड के किसानन के साथे 10 अक्टूबर 2014 खा लखनऊ विधानसभा में धरन धर घेराव करबी।
महोबा एस.डी.एम. नन्हकू ने कहो कि हमें किसानन को ज्ञापन मिल गओ हे। ऊखे जल्दी ही लखनऊ मुख्य मंत्री खा भेज देबी।
बुन्देलखण्ड किसान यूनियन की मुख्य मांगे:
बुन्देलखण्ड किसान यूनियन की प्रमुख मांगे:
– बुन्देलखण्ड क्षेत्र को तुरन्त सूखाग्रस्त घोषित कर तुरन्त राहत कार्य चलाये जाये।
– बैंको द्वारा किसानो का उत्पीड़न व आर.सी. नीलामी तुरन्त रोकी जाये।
– बुन्देलखण्ड के सभी जनपदो के किसानों का सम्पूण्र् कृषि ऋण माफ किया जाये।
– बुन्देलखण्ड में अतिवृष्टि व ओला पड़ने के करण किसानो की फसल नष्ट ीोने के कारण किसानो को दस हजार रूपये प्रजि बीघा मुआवजा दिया जाये।
– बुन्देलखण्डमें अन्ना जानवर के लिये सरकारी काजी हाउस बनाये जायें।
– बुन्देलखण्ड के किसानो को किफायती दरों मंे सरकार खाद, बीज की व्यवस्था करे।
– सब्सिडी दी जाये, और किसानो को राशन कार्ड की तरह कृषि राहत कार्ड जारी किये जाये। 7-बुन्देलखण्ड के
किसानो को कृषि कार्य हेतु फ्री बिजली और फ्री पानी की व्यवस्था।
– बुन्देलखण्ड क्षेत्र के लिये बुन्देलखण्ड कृषक आयोग का गठन किया जाये। जिसमें किसानों को खुशहालब नानेके लिये उपायों का अध्यन किया जाना चाहिए।
– बुन्देलखण्ड के किसानो को फ्री बोरिंग ही जाये।
– बुन्देलखण्ड के किसानों को 24 घण्टे बिजली दी जाये।
– धान, गेंहू दलहनी और तिलहनी फसलों का मूल्य बढ़ाया जाये।
– धान और गेंहू खरीद केन्द्रो में हो रही धांध्ली को रोका जाये। & किसानो को पेंशन योजना लागू कि जाये, जो कम
से कम 5 हजार रूपये हर महीना हो।