जिला सीतामढ़ी के सदर अस्पताल में चार गो कालाजर के मरीज भरती छथिन। उनका सब के अपना से पानी, डेक्सोना सुई खरीदे परई छई। एई ठंडा में मरीज के ओढ़े ला कम्बल भी न मिलल हई। सिर्फ बेड पर एगो चादर देले छथिन। ओढ़ना के बिना दिक्कत होई छई।
प्रखण्ड पुपरी, गांव बछारपुर के नाजमुन खातुन के माई आशमा खातून, प्रखण्ड सुरसण्ड, गांव करवाना के रंजन कुमार के माई सुनिता देवी कहलथिन कि हमरा बच्चा के उमर आठ साल हय। हम सब पंद्रह दिन से भरती छी। डेक्सोना सुई, पानी के बोतल अपना से खरीद के लावे परई छई।
प्रखण्ड बाजपट्टी, गांव बेलहिया के विभा कुमारी के माई सुनिता देवी अउर गांव डेम्मा के अंजू कुमारी के मौसी पूनम देवी कहलथिन कि हम सब बाईस दिन से बच्चा के लेके भरती छी। कुछ दवा सरकारी मिलईय, कुछ अपना से खरीदे परई छई। सबसे दिक्कत ओढ़ना के हय। एई ठंडा में बेड पर एगो चादर मिलल हय। ठंडा के चलते रात में निन्द न परईय।
सदर अस्पताल जिला स्वास्थ्य पदाधिकारी ड़ॉक्टर ओम प्रकाश पंजियार कहलथिन कि सब के कम्बल देल जतई। दवा न रहे के कारण पेसेन्ट के अपना से खरीदे परई छई।