चित्रकूट। जिले में महिला खिलाडि़यों ने जमकर खेला। 13 जनवरी को मुकाबला कानपुर और अलीगढ़ की टीमों के बीच था, इसमें बाजी मारी कानपुर ने। 14 जनवरी को मुरादाबाद और गोरखपुर के बीच मैच हुआ। इसमें मुरादाबाद ने जीत हासिल की। फाइनल मैच दूसरी पारी में दोनों दिन की विजेता टीमों कानपुर और मुरादाबाद के बीच हुआ। इसमें फाइनल विजेता रही कानपुर टीम। कानपुर की टीम की तरफ से खेलने आई प्रीति और हुमा ने बताया कि वह दो बार राज्य स्तर में खेल चुकी हैं। उनका इरादा भारत की महिला क्रिकेटर टीम में शामिल होना है। जब उनसे पूछा गया कि आपकी नज़र में सबसे तेज क्रिकेटर कौन है? आपकी पसंद कौन है? तो प्रीति ने कहा तुलसी गोस्वामी तो हुमा ने कहा धोनी। इसी तरह अलीगढ़ से खिलाड़ी ने बताया कि मैं सचिन की तरह बनना चाहती हूं। खेल को ही अपना करियर भी बनाऊंगी।
चित्रकूट में नहीं है महिला क्रिकेटर की टीम
जिले में दो दिन अलग अलग जिलों की टीमों की महिला खिलाडि़यों ने खूब चैके छक्के उड़ाए। चित्रकूट के स्टेडियम में दर्शक तो खूब थे, लेकिन खिलाड़ी नहीं।
सुभाष चैलेंज कप के अध्यक्ष राकेश ने बताया कि यह खेल हमने साल 2010 में शुरू किया था। उस समय जिले की टीम बनी थी। पर एक साल खेलने के बाद ही वह टीम खत्म हो गई। कारण यहां पर महिला खिलाडि़योें के लिए अलग से अभ्यास की जगह न होना। मां बाप का उनकी सुरक्षा को लेकर घबराना। हर साल हम यहां महिला क्रिकेट का आयोजन करते हैं। पर दोबारा हम चित्रकूट की टीम को नहीं खड़ा कर पाए। हालांकि अब सरकार इस ओर ध्यान दे रही है। स्टेडियम में मरम्मत का काम चल रहा है। खेलों से संबंधित उपकरण भी हमें देने का वादा किया गया है।