बुन्देलखण्ड में सरकार ने राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना के तहत जा फिर अन्य योजना के तहत हर गांव में बिजली लगवाई हे। पे आदमियन खा बिजली की कित्ती सुविधा मिलत हे। जा बात को ध्यान बिजली विभाग से जुड़े अधिकारियन खा देय खा चाही? ब्लाक कबरई, गांव घण्डुवा में राजीव गांधी विद्युत परियोजना के तहत बिजली लगवाई हती। पे आज भी ओते के आदमी उजियारे खा तरसत हे।
ताजा उदाहरण ब्लाक जैतपुर गांव कैथोरा ई गांव की डी.पी. फुकें लगभग दो महीना हो गये। कर्मचारियन खा जानकारी होंय के बाद भी ओते डी.पी. नई धरी जात हे। जभे की विभग से जुड़े अधिकारियन को जबाब हे कि एक तो बजट नईयां दूसर आदमियन को बिल बाकी हे। सवाल जा उठत हे जभे जिली नई जली दो महीना से तो बिल काय को जभे सरकार के एते बजट नइ्र राहत हे तो गांव की शोभा बढ़ाये के लाने ओते तार खम्भा काय लगाओ जात हे। लगत हे कि बजट न होंय से बिना बिजली को बिल भेजत हे। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुन्देलखण्ड पैकेज के तहत हर गांव में बिजली ओर पानी खे व्यवस्था करायें खे लाने कड़ोरन रूपइया खर्च करो हे। पे महोबा जिला में बिजली ओर पानी की समस्या जेसी के तेसी बनी हे। सोचे की बात तो जा हे कि अगर सरकार ने बुन्देलखण्ड पैकेज के तहत हर गांव को विकास करायें खे लाने वादा करो हतो। का महोबा जिला बुन्देलखण्ड में नई आउत आय? जोन ई जिला के आदमी के आज भी पानी ओर बिजली के बिना गुजारा करत हे।