फैशन के दौर मा सब कोउ फैशन करै चाहत हवैं। काहे से कपड़ा तुम्हार स्वभाव बतावत हवै। चित्रकूट जिला मा हरतान के फैशन के कपड़ा मिलत हवैं बाजार मा किनतान के कपड़ा के मांग हवै आओ जनित हवै हिंया के दुकानदारन से।
दुकानदार वीरेन्द्र कुमार पाण्डेय का कहब हवै कि जाकिट पहिने से हवा भीतर नहीं जात आय काहे से भीतर गरम कपड़ा लाग रहत हवै जेहिसे ठंडी नहीं लागत आय सखे मा फैंसी भी लागत हवै। दुकानदार राजकुमारी का कहब हवै कि स्वेटर कम दाम मा बिकत हवै। फैंसी स्वेटर सात सौ से लइके एक हजार तक के बिकट हवैं। शबाना बताइस कि हर महीना, हर हफ्ता फैशन बदलत हवै। ग्राहक के मांग के हिसाब से कपड़ा देइत हवै। दुकानदार किशन अग्रहरी का कहब हवै कि जये फैशन के हिसाब से मड़ई टोपी मांगत हवै इनतान के टोपी लड़का लड़की दूनौ पहिनत हवैं।
रिपोर्टर-नाजनी रिजवी और सहोद्रा
published on Dec 20, 2017