जिला सीतामढ़ी और शिवहर, बिहार। यहां लोग एक दूसरे से पूछ रहे हैं कि कौन नेता चुने जो महंगाई, घूसखोरी, अत्याचार और भ्रष्टाचार और दिन प्रतिदिन बढ़ रहे बलात्कारों को रोक सके?
सोनबरसा प्रखण्ड के दुुलारी देवी, सुरेश कुमार, उमेश कुमार का कहना हैं सरकारों को बदलते रहना चाहिए। एक ही सरकार लंबे समय तक रहती हो तो जनता की सुनना बंद कर देती है। इस साल सरकार बदलने कि जरूरत है।
रीगा प्रखण्ड, गांव रामनगरा के नन्टून पासवान, कृष्ण कुमार, गुड्डू, तेतरी देवी का कहना हैं कि दो साल पहले ट्रांसफॉर्मर चोरी हो गया लेकिन अभी तक ट्रांसफॉर्मर नहीं लगा। कुछ दिन पहले बिजली विभाग को चार हज़ार रुपए भी जमा किए। जब बिजली नहीं तो वोट नहीं।
बथनाहा के लोग राजकुमारी देवी, कौशल्या देवी का कहना हैं कि जब वोट लेना रहता है तो गांव में नेता लोग आते हैं। जब जीत जाते हैं तो नज़र नहीं आते हैं। वही नेता कोई फरियाद लेकर जाओ तो बहाने से घूस मांगते हैं।
शिवहर शलेमपुर के लोगों का कहना हैं कि जो लोग हमारे गांव में सड़क एवं बिजली देगें उसी को वोट देना हैं। नहीं तो किसी को वोट नहीं देना है। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो नोटा का बटन दबाना चाहते हैं। यानी इस बटन के ज़रिए वह बताएंगे कि हमें कोई नेता नहीं पसंद है।
उलझन में लोग – किसको दें वोट
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