जिला चित्रकूट। जिले में 31 दिसम्बर 2012 से शुरू होकर 31 मई 2013 तक नए राशन कार्ड बनने थे। लेकिन राशन कार्ड बनने की शुरूआत जून 2013 से की गई है। उसमें भी अभी कर्वी कस्बे में राशन कार्ड नहीं बन रहे हैं। हर दस साल में पुराने राशन कार्ड को नया किया जाता है। इस बीच नए कार्ड भी बनाए जाते हैं। लेकिन सरकार ने दस साल की जगह इस बार तेरह साल बाद राशन कार्ड बनाने का काम शुरु किया है।
इस मामले में राजस्व विभाग के कई कर्मचारियों का कहना है कि लेखपाल गांव में काम करने को तैयार हैं। लेकिन नगर क्षेत्र में वह काम करना नहीं चाहते हैं। इस मामले में कुछ लेखपालों का कहना है कि हम ग्राम पंचायतों से जुड़े होते हैंए इस कारण से हमको गांव की जानकारी होती है। जानकारी न होने के कारण नगर क्षेत्र में काम करने में काफी परेशानी आती है।
रामनगर ब्लाक के खजुरिहा कला गांव के मुन्ना और कैलाश ने बताया कि राशन कार्ड बनने की बात दो महीनें पहले सुनी थी। पर अभी तक नहीं बने हैं। ब्लाक कर्वीए गांव रामपुर माफी। यहां की ममता राशन के लिए लगभग दस साल से परेशान है। राशन कार्ड बनाने के लिए कई बार प्रधान सावित्री देवी से कहा है। ब्लाक मानिकपुर एगांव देवकली में रहने वाली आरती और सुमैना का कहना है कि किसी भी तरह का राशन कार्ड नहीं बना है। प्रधान देवकली को इसके बारे में कोई जानकारी ही नहीं है।
कर्वी ब्लाक के सहायक विकास अधिकारी सुखलाल का कहना है कि कर्वी में चैरानबे ग्राम पंचायते हैं। उनमें से अट्ठारह ग्राम पंचायतों में ब्लाक स्तर के करमचारी सर्वे कर रहे हैं। जिन लोगों का 2002 की बीण्पीण् एल सूची में नाम होगा उन्ही लोगों का नया राशन कार्ड बनेगा। इस मामले में नगर पालिका के अधिषाशी अधिकारी लालचन्द्र सरोज ने बताया राशन कार्ड बनाने का काम जल्द निपटाया जाएगा। नगर पालिका में इतने कर्मचारी नहीं हैं कि हम उनसे फार्म भरवाने का काम कर सकें।
राशन कार्ड बनाने में हो रही लापरवाही
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