इलाहाबाद में 9 फरवरी की शाम कानून का छात्र दिलीप अपने दो साथियों के साथ कर्नलगंज स्थित एक होटल में खाना खाने गया था और वहां बड़ी कार से आए कुछ लोगों से उसकी कहासुनी हो गई थी। जिसके बाद उन लोगों ने दिलीप को लाठी डंडों से पीटकर बुरी तरह से घायल कर दिया था। अस्पताल में जाने के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
एक अंग्रेजी अख़बार के अनुसार, जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश कुलहरि ने बताया, ‘दिलीप के भाई की तहरीर पर तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। सीसीटीवी फुटेज और इस घटना के वायरल हुए वीडियो के आधार पर मुख्य अभियुक्त के तौर पर विजय शंकर सिंह की पहचान की गई है जो भारतीय रेलवे में टीटीई के पद पर कार्यरत है। वह अभी फरार है।‘
इस हत्या के मामले के बाद दिलीप की हत्या के विरोध में इलाहाबाद में विरोध प्रदर्शन उग्र रूप लेने लगा है। छात्र की हत्या के विरोध में एक बस को आग के हवाले कर दिया गया। 12 फरवरी को छात्रों ने हत्या के विरोध में नारे लगाए और प्रदर्शन किए। इसके बाद हिंसा को नियंत्रित करने के लिए दंगा पुलिस को भी बुलाया गया है।
पुलिस ने इस बीच हत्या के मुख्य आरोपी विजय शंकर सिंह के ड्राइवर को भी हिरासत में लिया है। इस मामले में अब तक दो गिरफ्तारी हो चुकी है। मामले में पहली गिरफ्तारी उस रेस्टोरेंट के वेटर मुन्ना चौहान की हुई है, जिसने दिलीप के सिर पर हॉकी स्टीक से हमला किया था।
हालिया खबर के अनुसार, इलाहाबाद के सहायक एसपी सुकीर्ति माधव ने कहा कि हमलोग मुख्य आरापी विजय शंकर की गिरफ्तारी के लिए अभियान चला रहे हैं और उम्मीद है कि वह बहुत जल्द ही हिरासत में होगा।