नई दिल्ली। राज्य में 7 फरवरी को हुए विधान सभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने सत्तर में सड़सठ सीटों पर जीत हासिल की। भारतीय जनता पार्टी को केवल तीन सीटें मिलीं तो कांग्रेस को कोई सीट नहीं मिली। यहां तक कि भाजपा और कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के दावेदार किरण बेदी और अजय माकन भी अपनी सीटें नहीं बचा सके।
प्रधानमंत्री से मिले केजरीवाल
12 फरवरी को आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के होने वाले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुलाकात की। करीब आधे घंटे तक हुई बातचीत में अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग के साथ ही राज्य के विकास पर बात की। नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के विकास के लिए हर सहयोग देने का वादा किया। हालांकि उन्होंने दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की बात पर कोई जवाब नहीं दिया।
आप के वादे
आम आदमी पार्टी द्वारा चुनाव से पहले किए गए मुख्य वादे –
– राज्य में पंद्रह लाख सी.सी.टी.वी. कैमरे महिलाओं की सुरक्षा के लिए लगाएंगे।
– पूरी दिल्ली को वाई फाई यानी मुफ्त इंटरनेट की सुविधा देंगे।
यमुना नदी को साफ करेंगे।
– किसानों को बीजों और खाद के दामों में भारी छूट देंगे।
– हर महीने हर दिल्लीवासी को बीस हजार लीटर मुफ्त पानी मिलेगा।
– पांच सौ नए स्कूल बनाएंगे।
– दो लाख शौचालय बनाएंगे।
– नौ सौ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनाएंगे।
अरविंद केजरीवाल पर लोगों को भरोसा है। इसी वजह से लोगों ने उन्हें भारी बहुमत से जिताया।
आइए जानें लोगों की उम्मींदें-
– घरों में काम करने वाली दिल्ली के पांडवनगर की पप्पू देवी ने बताया कि केजरीवाल लोगों की समस्याएं सुनते हैं। वो दिल्ली के लिए एक स्थिर सरकार बनाएंगे।
– संतोष, आटो चालक की मानें तो यह पार्टी भ्रष्टाचार को रोकेगी। पिछली बार किए वादों और इस बार किए वादों को पूरा करने का उन्हें मौका दिया गया है। पिछली बार इनके पास बहुमत नहीं था लेकिन इस बार बहुमत है।
– चांदनी चैक में रहने वाले आकाश कुमार इंजीनियर हैं, इन्हें दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा खासतौर पर बलात्कर के मामलों में कमी आने की उम्मीद कर रहे हंै। उनका कहना है कि इतने दिन हमने कांग्रेस को देखा अब इस पार्टी को भी देखते हैं।
– आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता प्रवीण के अनुसार केंद्र में भाजपा और राज्य में आम आदमी पार्टी की सरकार होने से जनता को फायदा होगा। दोनों ही जनता का दिल जीतना चाहेंगे। इसका एक ही तरीका है, विकास। दोनों पार्टियां जी जान से काम में जुटेंगी।