नई दिल्ली। यहां विधान सभा चुनाव जीतकर आई आम आदमी पार्टी के भीतर कलह खतम नहीं हो रही है। 28 मार्च को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति से प्रशांत भूषण, योगेंद्र यादव, आनंद कुमार और अजीत झा को निकाल दिए। योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण का आरोप है कि पार्टी के भीतर तानाशाही चल रही है। यह पार्टी एक व्यक्ति आधारित है। इस बीच पार्टी के विधायकों और सदस्यों ने ही कई वीडियो जारी किए जिसमें से एक में अरविंद केजरीवाल पार्टी के लोगों को गाली गलौच करते नज़र आ रहे हैं। 1 अप्रैल को पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने एक नया खुलासा किया। इन्होेंने कहा कि चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने अपने उम्मीदवारों को पार्टी के ही लोगों से झूठ फोन करवाए। जिन्हें भी फोन किया गया उनसे कहा गया कि भाजपा आप लोगों को दस करोड़ रुपए देगी, अगर आप अपनी पार्टी छोड़ दें।
‘आप’ के भीतर तू-तू, मैं-मैं
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