अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प ने ऐतिहासिक जीत दर्ज करते हुए डेमोक्रैट पार्टी की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन को 218 के मुकाबले 276 वोटों से हरा दिया है।
अपनी जीत के नतीजे आने के बाद समर्थकों को संबोधित करते हुए न्यूयॉर्क में पार्टी मुख्यालय से ट्रम्प ने कहा कि ‘मेरी जीत उनकी जीत है जो अमेरिका से प्यार करते हैं। मैं अमेरिका से बहुत प्यार करता हूं।’ उन्होंने ये भी कहा कि ‘मैं सभी अमेरिकियों का राष्ट्रपति हूं। मेरा आपसे वादा है हम अच्छा काम करेंगे। हम बेहतर और शानदार अमेरिका बनाएंगे।’
वहीं, अमरीका की प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में से एक न्यूयार्कर ने अपने संपादकीय में डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने को इतिहास की विचलित करने वाली घटना बताया है। न्यूयार्कर के संपादक डेविड रेमनिक ने लिखा है- डोनल्ड ट्रम्प का राष्ट्रपति के तौर पर चुनाव अमरीका के लिए किसी त्रासदी से कम नहीं है। यह अमरीकी संविधान के लिए भी त्रासदी है। यह उन शक्तियों की जीत है जो संकीर्णता के साथ अधिनायकवादी हैं, स्त्रियों से द्वेष रखते हैं और नस्लवादी हैं। ट्रम्प की जीत अमरीका और उदारवादी लोकतंत्र के इतिहास में विचलित करने वाली ‘घटना’ है।
हालांकि एक समय ऐसा भी आया जब ट्रम्प के लिए राष्ट्रपति बनना दूर की कौड़ी समझा जा रहा था। न्यूयॉर्क के अरबपति ट्रम्प ने अमेरिका के औसत श्वेत कामकाजी वर्ग के सत्ता प्रतिष्ठान से मोहभंग का लाभ उठाया और प्रवासी विरोधी बयानबाजी के दम पर प्रचार मुहिम आगे बढ़ाई जो चुनाव के लिहाज से जोरदार बात साबित हुई। महिलाओं एवं प्रवासियों पर ट्रम्प की टिप्पणियों के कारण कई शीर्ष रिपब्लिकनों ने ट्रम्प की आलोचना की थी और प्राइमरी चुनाव में बड़ी जीत के बावजूद कई पार्टी नेताओं ने उन्हें समर्थन देने से इनकार भी कर दिया था।
ट्रम्प कहते आये हैं कि वो एक सफल बिज़नेस मैन हैं इसलिए वो एक सफल राष्ट्रपति भी साबित होंगे! इस बात में कितना दम है यह तो अब आने वाला समय ही बताएगा।