महोबा शहर, हमीरपुर चुंगी, कांशीराम कालोनी। एते कांशीराम कालोनी 2008 में बनी हती, टंकी, शौचालय, ओर बच्चन के खेलें खें मैदान देखे खें सब कछु बनो हे। पे ऊमें कोनऊ सुविधा नइयां। न आज तक कोनऊ अधिकारी देखे गओ हे।
कालोनी में रहे वाली किरन ओर रामदेवी ने बताओ कि हम एते दो साल से रहत हे। एते बच्चन के खेले खें मैदान डरो हे, सफाई कर्मी कभऊ सफाई करन नई आउत हे, जीसे गन्दगी रहत हे। पेहले एते पार्क बनवाए खा कहत हते, पे कोनऊ सरकारी कर्मचारी देखन तक नई आए, गन्दगी ओर झडि़या होय से बच्चा खेल तक नई पाउत हे। किरन ने बताओ कि हमाए एते शौचालय तो बने हे। ऊपर के शौचालय तो ठीक हे, पे तरे के शौचालय पूरे जाम हे। जीसे हमें टट्टी होय पहाड़ में जाने परत हे। सुभाष चन्द्र राजपूत ओर मुहम्मद हसीन ने बताओ कि एते दो साल पेहले पानी की टंकी बनी हती। जीमें आठ दिन पानी आओ हे। ऊखे बाद हैण्डपम्प से पानी भर के दो-दो तीन-तीन मंजिल ऊपर भर के ले जाने परत हे। एते टयूबवेल हे तो जीखे मोटर हे ऊ मोटर लगा के पानी भर लेत हे। हम लोग हैण्डपम्प से दिन भर में दसो दइयां पानी ऊपर ले जात हे।
डूडा विभाग के सहायक परियोजना अधिकारी अबरार अहमद ने बताओ कि हमाई कालोनी बनवाएं की जिम्मेंदारी हती तो बनवा दई हे। व्यवस्था के जिम्मेदारी नगर पालिका की आय।
अधूरो काम करा के सरकार आपन नाम कमात
पिछला लेख