खबर लहरिया खेल बीसीसीआई ने नहीं लिए कोच पद के लिए भरे गये आवेदन, अब कौन बनेगा कोच?

बीसीसीआई ने नहीं लिए कोच पद के लिए भरे गये आवेदन, अब कौन बनेगा कोच?

साभार: विकीपीडिया

बीसीसीआई ने हाल ही में टीम इंडिया के कोच पद के लिए आवेदन तिथि आगे बढ़ाने का निर्णय लिया था ताकि नए आवेदन स्वीकार किए जा सकें लेकिन प्रशासनिक समिति ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया।

पिछले हफ्ते हुई बैठक में समिति के अध्यक्ष विनोद राय ने बीसीसीआई के सीईओ राहुल जौहरी से नए आवेदन लेने का स्पष्ठ कारण पूछा था। समिति इस बात से पहले ही नाराज है कि बीसीसीआई ने नए आवेदन का फैसला काफी समय तक उनसे छुपा कर रखा है। समिति अब भी जौहरी के जवाब से अब तक संतुष्ट नहीं है।

जौहरी ने कहा है कि 23 जून को कोच पद के लिए आवेदनों को दूसरा आंमत्रण भेजने से पहले उन्होंने सभी संबंधित लोगों को सूचित कर दिया है। हालांकि खबरें हैं कि कई बीसीसीआई अधिकारी कोच की नियुक्ति के इस तरीके से प्रभावित नहीं हैं।

बीसीसीआई अधिकारी ने एक अंग्रेजी अखबार को बताया कि, “एक तरफ बीसीसीआई कह रही है कि वह केवल आवेदन की प्रक्रिया पूरी कर रही है। वहीं दूसरी तरफ उन्होंने अब तक एक भी उम्मीदवार का इंटरव्यू नहीं लिया है। पूर्व ऑस्ट्रेलियन गेंदबाज क्रेग मैकडेरमॉट का आवेदन केवल इसलिए खारिज कर दिया गया था क्योंकि वह आवेदन की तारीख समाप्त होने के बाद आया था। सलाहकार समिति ने बिना किसी और उम्मीदवाल से मिले कुंबले का समर्थन किया था तो अब नए आवेदनों को लेकर ये जल्दबाजी क्यों हो रही है।”

इस बारे में सौरव गांगुली ने कहा, हमें वो कोच चाहिये जो क्रिकेट मैच जिता सके। पूर्व कप्तान ने कहा कि सीएसी अगले कोच पर बीसीसीआई से निर्देश लेगी।

नया कोच चुनने की जिम्मेदारी सौरव गांगुली, सचिन तेंडुलकर और वीवीएस लक्ष्मण पर है। शुरुआत में आवेदन करने वालों में- वीरेंद्र सहवाग, टॉम मूडी, दोदा गणेश, लालचंद राजपूत, रिचर्ड पेबस और खुद अनिल कुंबले थे, जिनसे वेस्टइंडीज दौरे पर टीम के साथ जानो को कहा गया था, लेकिन उन्होंने पहले ही पद से इस्तीफा दे दिया था। मुख्य कोच के न होने के बावजूद टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज को दूसरे वनडे में मात दे दी। फिलहाल सीनियर खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी और युवराज सिंह युवाओं का मार्गदर्शन कर रहे हैं। कप्तान विराट कोहली के कंधों पर बोझ और बढ़ गया है। गौरतलब है कि पिछले मंगलवार को अनिल कुंबले ने मुख्य कोच के पद से इस्तीफा दिया था।