प्रदर्शनकारी खिलाड़ियों ने बुधवार को खेल के प्रबंधन के लिए खेल मंत्रालय द्वारा नियुक्त तदर्थ पैनल को खारिज करने व निलंबित डब्ल्यूएफआई की फिर से बहाल करने की मांग की है।
‘यूडब्ल्यूडब्ल्यू, हमारी कुश्ती को इन 3 पहलवानों से बचाओ,’ – हाथों में बैनर लिए इस स्लोगन के साथ युवा पहलवानों ने साक्षी मलिक, विनेश फोगट व बजरंग पुनिया के खिलाफ बुधवार,3 जनवरी को जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन करते हुए अपनी शिकायतें रखीं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ये पहलवान पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश से लगभग 300 की संख्या में आये थे।
बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट के खिलाफ नारे लगाते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि वे उनकी कश्ती के करियर में बाधा डाल रहे हैं।
#WrestlersProtest | Young wrestlers hold protests against Olympic-winning wrestlers Sakshee Malikkh, Vinesh Phogat and Bajrang Punia, at Delhi’s Jantar Mantar pic.twitter.com/wKBTWjTR7B
— Mirror Now (@MirrorNow) January 3, 2024
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खेल का एक साल हुआ बर्बाद – युवा पहलवान
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, जूनियर पहलवानों ने दावा करते हुए कहा कि पूर्व डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर पिछले साल हुए विरोध प्रदर्शन की वजह से उनके खेल का एक महत्वपूर्ण साल बर्बाद हो गया है।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, WFI को दो बार निलंबित किये जाने की वजह से जनवरी 2023 से, राष्ट्रीय शिविर और प्रतियोगिताएं रुकी हुई हैं।
माँ को धमकी भरे फोन आ रहे हैं – साक्षी मलिक
साक्षी मलिक ने कहा, ”हम जानते थे कि बृज भूषण (शरण सिंह) प्रभावशाली हैं, लेकिन हमें नहीं पता था कि वह इतने शक्तिशाली होंगे। अब, उनका प्रचार यह आरोप लगाना है कि हम युवा पहलवानों के अवसर छीन रहे हैं। हालांकि, अब जब मैं सेवानिवृत्त हो गई हूँ, मैं चाहती हूँ कि युवा लड़कियाँ जीतें और मेरा सपना पूरा करें।’
VIDEO | “I have been mentally and physically exhausted for the past year. So, I haven’t thought about even joining (the wrestling federation), but I would request an increase in women’s participation in the federation, that would be beneficial for the young wrestlers,” says… pic.twitter.com/7EBFRJ9Y9q
— Press Trust of India (@PTI_News) January 3, 2024
आगे आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी मां को धमकी भरे फोन आ रहे हैं। “पिछले 2-3 दिनों से बृजभूषण शरण सिंह के गुंडे सक्रिय हैं। मेरी मां को धमकी भरे फोन आ रहे हैं। हमारी सुरक्षा सरकार की जिम्मेदारी है।”
डब्ल्यूएफआई को किया जाए बहाल
प्रदर्शनकारी खिलाड़ियों ने बुधवार को खेल के प्रबंधन के लिए खेल मंत्रालय द्वारा नियुक्त तदर्थ पैनल को खारिज करने व निलंबित डब्ल्यूएफआई की फिर से बहाल करने की मांग की है।
कितनी अजीब सी बात है, एक साल पहले जब इन्हीं तीन खिलाड़ियों ने लड़ाई शुरू की थी तब उन्हें हज़ारों लोगों, किसान संगठनों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, एनजीओ,महिला ग्रुप, राजनेता व कुश्ती के खिलाड़ियों का भी साथ मिला था। आज तीनों पहलवानों को अपने ही कुश्ती संघ में बड़े पैमाने पर विरोध का सामना करना पड़ रहा है।
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