खबर लहरिया Blog World Immunization Week 2023 : 24 अप्रैल से 30 तक चलेगा टीकाकरण अभियान, जानें थीम, वजह और इतिहास

World Immunization Week 2023 : 24 अप्रैल से 30 तक चलेगा टीकाकरण अभियान, जानें थीम, वजह और इतिहास

विश्व टीकाकरण सप्ताह एक महवपूर्ण वैश्विक सावर्जनिक स्वास्थ्य अभियान है जो लोगों को टीके के इस्तेमाल करने को लेकर बढ़ावा देता है ताकि लोगों को उन बीमारियों से बचाया जा सके जिन बीमारियों से रोकथाम की जा सकती है।

world-immunization-week-2023-vaccination-campaign-will-run-from-april-24-to-30-know-the-theme-reason-and-history

                                                                                                                            व्यक्ति को वैक्सीन लगाने की फोटो             

World Immunization Week 2023 : विश्व टीकाकरण सप्ताह हर साल 24 अप्रैल से 30 अप्रैल तक मनाया जाता है। यह दुनिया भर में खतरनाक बीमारियों के फैलाव को रोकने में मदद करने की एक महत्वपूर्ण कोशिश है।

विश्व टीकाकरण सप्ताह का उद्देश्य लोगों को टीकाकरण से मिलने वाले लाभों को लेकर लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ, उन्हें टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित करना है।

ये भी देखें – टीकमगढ़ : महिलाओं ने बीड़ी को बनाया रोज़गार, वह भी डाल रहा स्वास्थ्य पर असर

क्या है विश्व टीकाकरण सप्ताह ?

विश्व टीकाकरण सप्ताह एक महवपूर्ण वैश्विक सावर्जनिक स्वास्थ्य अभियान है जो लोगों को टीके के इस्तेमाल करने को लेकर बढ़ावा देता है ताकि लोगों को उन बीमारियों से बचाया जा सके जिन बीमारियों से रोकथाम की जा सकती है।

बता दें, इस सप्ताह में टीकाकरण और टीकों के महत्व, प्रभावी टीकाकरण कार्यक्रम शुरू करने में सरकारों का समर्थन, तकनीकी सहायता और लोगों तक महत्वपूर्ण जानकारी पहुँचाने आदि मुद्दों को प्राथमिकता दी जायेगी।

विश्व टीकाकरण सप्ताह की थीम

इस साल के विश्व टीकाकरण सप्ताह की थीम “द बिग कैच-अप”/ “The Big Catch-Up” है और इसका उद्देश्य देशों की ज़रूरतों पर ज़ोर देना है ताकि यह सुनिश्चित करने की दिशा में तेज़ी लाई जा सके कि हर कोई, विशेष रूप से बच्चों को रोकथाम वाली बीमारियों से बचाया जा सके। रिपोर्ट्स में बताया गया कि कोविड-19 महामारी ने कई देशों में टीकाकरण की सेवाओं की प्रभावित किया है, जिससे की टीकाकारण में गिरावट देखने को मिली है और कई लोग उन बीमारियों की चपेट में है जिससे उन्हें बचाया जा सकता था या वे बच सकते थे।

बिग कैच-अप थीम का उद्देश्य विशेष रूप से उन निम्न और मध्यम आय वाले देशों में टीकाकरण की रफ़्तार को पकड़ना है जहां वैक्सीन नहीं लग पाई है व साथ ही टीकाकरण सेवाओं की पहुंच को बढ़ाना है।

बीमारियों की रोकथाम हेतु टीकाकरण ज़रूरी

वैक्सीन-रोकथाम योग्य रोग (Vaccine-preventable diseases) वायरस या बैक्टीरिया के कारण होते हैं जिन्हें टीकाकरण के ज़रिये रोका जा सकता है। निराशाजनक बात यह है कि वीपीडी रोग 5 साल से कम उम्र के बच्चों की मौत का सबसे प्रमुख कारण बना हुआ है। टीकाकरण का इस्तेमाल वीपीडी बीमारी पर रोक लगाने और वयस्कों में पोलियो, डिप्थीरिया टेटनस और कोविड-19 जैसी अन्य बीमारियों को रोकने का एक प्रभावी तरीका है।

करोड़ों बच्चों को नहीं लगी थी वैक्सीन

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ट्वीट करते हुए बताया, साल 2021 में पूरे विश्व में कम से कम 25 मिलियन बच्चे आवश्यक वैक्सीन लगाने से रह गए थे। वहीं 18 मिलियन बच्चे ऐसे थे जिन्हें कोई टीका नहीं लगा था।

 

विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा चलाया जा रहा ये अभियान काफी ज़रूरी है और इस समय जब हर कोई कोविड महामारी से लड़ रहा है तो यह लोगों में वैक्सीन लेने हेतु जागरूक करने का काम कर सकती है जिन्होंने अभी तक कोई भी टीका नहीं लगावाया है।

ये भी देखें – Heatwave in India : 90 प्रतिशत भारत व पूरी डिल्ली है हीटवेव की चपेट में, हो सकता है जान का खतरा – रिपोर्ट

 

‘यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’

If you want to support  our rural fearless feminist Journalism, subscribe to our  premium product KL Hatke