खबर लहरिया Blog World Environment Day: वाराणसी में शुरू हुआ पौधरोपण अभियान

World Environment Day: वाराणसी में शुरू हुआ पौधरोपण अभियान

वाराणसी। नई सुबह एक उम्मीद सामाजिक संस्था के नेतृत्व में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर भेलूपुर वार्ड में स्थित आशीर्वाद पार्क और दुर्गाकुंड स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय में 9 जून दिन सोमवार को पौधों रोपण अभियान के तहत पौधरोपण किया गया।

इस कार्यक्रम की शुरुआत भेलूपुर वार्ड के पूर्व पार्षद अशोक मिश्रा द्वारा पौधे लगाकर की गई। कार्यक्रम का संयोजन संस्था के संस्थापक विजय कुमार और अध्यक्ष ममता द्वारा किया गया। इनका कहना है कि पेड़ -पौधे ही है जो जीवन को बताते हैं। इसलिए पौधारोपण के दौरान पार्क में आये सभी लोगों को पर्यावरण सुरक्षा और संरक्षण के प्रति जागरूक करते हुए ज्यादा से ज्यादा ऑक्सीजन वाले पौधे अपने घरों में और आस-पड़ोस में लगाने और उन्हें सुरक्षित रखने को कहा गया। साथ ही पार्क में आम, अमरूद, बरगद, पीपल, शीशम, सागौन, जामुन, शहतूत, इमली, नीम, गुड़हल, कनेर, पलाश, पारिजात, एलोवेरा, मीठी नीम, अशोक, मोरपंखी जैसे फलदार पौधे लगाए और बांटे गए।

कबीर नगर में स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय में समाज सेविका सीमा अग्रवाल जी के नेतृत्व में संस्था के द्वारा पौधरोपण अभियान किया गया। बच्चों ने विद्यालय में पौधे लगाने के लिए बढ़-चढ़ कर भाग लेकर कार्यक्रम को सफल बनाने का काम किया गया है जिसमें कई लोग शामिल हुए।

पेड़ -पौधे हमारे सच्चे मित्र 

ममता का कहना है कि काशी में ऑक्सीजन की कमी ना हो क्योंकि काफी पेड़ पौधे कट गए हैं। इसको देखी हुई हर साल पौधारोपण की शुरुआत की जाती है। हर साल जून से लेकर जुलाई महीने तक यह अभियान चलाया जाता है, जिसमें पौधा रोपण संस्थाओं से लेकर हर विभाग और अधिकारीयों द्वारा किया जाता है। ताकि ऑक्सीजन की कमी महसूस ना हो क्योंकि एक पेड़ सौ सुखों के बराबर होता है। लेकिन क्या फिर उन पौधों को पलट करके लोग देखते हैं की जो पौधे हमने लगाए थे वह कितना बच पाये हैं। इसी उद्देश्य के साथ भेलूपुर थाना अंतर्गत पूर्व प्राथमिक विद्यालय में नई सुबह उम्मीद के साथ संस्था द्वारा लगभग 200 पौध रोपण किया गया है पौधारोपण किया गया है। ताकि लोग पधा रोपण सिर्फ करें हिना उनकी देख रेखा भी करें।

पौधे लगाने से मिलती हैं खुशियां 

सूरज पाल का कहना है कि यहां पर पौधा रोपण किया गया है और ऐसे पौधों को लगाया गया है, जो कि आने वाले समय में जड़ी बूटी छांव और अच्छा ऑक्सीजन दे सकें। इस कार्यक्रम के साथ-साथ लोगों को जागरुक भी किया जा रहा है ताकि आने वाले समय में जिस तरह से कोरोना के टाइम ऑक्सीजन के लिए हा-हा कार मचा था और आज के दौर में भी वही ऑक्सीजन की कमी, छांव की कमी महसूस होती जा रही है। यह दिक्कतें और ना बढ़े इससे पहले लोग एक-एक पौधा अपने घर में लगाए। उसकी  देख-रेख भी करें ताकि आने वाले समय में एक अच्छा बदलाव और खुशियां महसूस हो सके।

 

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