बांदा जिले के बबेरू कस्बा से दर्जनों महिलाएं श्रम विभाग में डिलीवरी का फार्म और शादी अनुदान का फार्म भर चुकी हैं। महिलाओं का आरोप है कि उन्हें आज तक पैसा नहीं दिया गया है। अधिकारी द्वारा उन्हें बार-बार बुलाया जाता है और पंजीकरण कराया जाता है। महिलाएं ऑफिस के चक्कर लगाती रहती हैं लेकिन अधिकारी महिलाओं से सीधे मुंह बात नहीं करते। गोल-मटोल बात करके उन्हें भगा दिया जाता है।
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जब दर्जनों महिलायें अधिकारी से बात करने गयीं तो अधिकारी ने उनसे बात नहीं किया और गाड़ी में बैठकर रवाना हो गए। चक्कर लगाते-लगाते हज़ारों रूपये खर्च हो गए। महिलाओं का कहना है कि अगर उन्हें पैसे मिल जाए तो उनके बच्चों का सहारा हो जाएगा। फॉर्म भरने में ही 200 रूपये लग जाते हैं।
सहायक श्रम विभाग के सहायक श्रमायुक्त, रवीश गुप्ता का कहना है कि महिलाओं का पंजीकरण करा दिया गया है। उनका दुबारा से पंजीकरण करा दिया जाएगा और जल्दी ही महिलाओं का पैसा खाते में पहुंचा दिया जाएगा।
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