खबर लहरिया औरतें काम पर महिला किसान दोगुना मेहनत के बाद भी अधिकार व पहचान से रहती हैं वंचित

महिला किसान दोगुना मेहनत के बाद भी अधिकार व पहचान से रहती हैं वंचित

जिला बांदा। महिला खेतिहर मज़दूर आम तौर पर किसानी के किम में सबसे मुश्किल काम करती हैं, लेकिन उनको सबसे कम मज़दूरी मिलती है। उनके साथ कई बार शोषण व भेदभाव भी किया जाता है। महिलाओं को मेहनत करने के बावजूद भी न तो पहचान मिलती है और न ही अधिकार।

ये भी देखें –

बांदा: रोजगार से बदली महिलाओं की जिंदगी

 

‘यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’

If you want to support  our rural fearless feminist Journalism, subscribe to our  premium product KL Hatke

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *