नमस्कार दोस्तों द कविता शो इस एपीशोड में आपका स्वागत है तो साथियों इस बार के शो दो मुद्दों पर बात करुगी बुन्देलखण्ड की गम्भीर समस्या अन्ना जानवरों के बारे में और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नये आदेश के बारे में . तो दोस्तों अन्ना जानवरो ने एक तरह की तबाही मचा रखी है खेतो में किसानो की फसलो को चरे डाल रहें हैं |
किसान जानवरो को हाकने में रात दिन एक कर रहा हैं पर जिले की प्रशासन और सरकार इन जानवरों की कोई व्यवस्था नहीं कर रहा है गांव की गलियों बीच बाजार सडक सब्जी मंडी चारो तरफ आप को कुछदिखे या नहीं पर अन्ना जावनर जरूर से दिख जाते हैं बीच सडको पर इनका ऐसा जमावडा होता है कि साधन की बात छोडों पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है आय दिन जानवरो से टकरा कर एक्सीटेंड हो.रहे हैं.वे कसूरों की जान जा रही है तो फिर इतनी बडी समस्या को सरकार समस्या क्यों नहीं मान रही है |
2 _ इस समय खेतो में धान, दलहन और तेलहन की फसल है लेकिन ये फसल अब अन्ना जानवर के मारे बच नहीं रही है किशान अन्ना जानवरों को गौशाला के अंदर फिर से बंद करने अभी हाल ही में हमने चित्रकूट ,अयोध्या और ललितपुर जिले से एक स्टोरी भी की है जहा पर किशान आन्दोलन में हैं किशानो का कहना है इस साल वैसे भी बुन्देलखण्ड में पानी नहीं बरस रहा है जो फसल बोये भी वो अन्ना जानवर के मारे नहीं बच रही रही है गौ रछा के नाम पर सरकार करोड़ो रूपये भी खर्च कर चुकी है गौशाला,दवाई ,चारा भूषा और देखभाल के नाम से लेकिन जमीनी हकीकत तो सबके सामने है . वो सडको और खेतो में दिख रही है .
जानवरों की सेहत इस समय काफी अच्छी है क्योकि जानवरों को खुले में चरने के लिए हरी घास खेतो में बोई फसल और पीनी का पानी आराम से मिल जाता है , जानवर खुश हैं और उनको तो पेट भरने से मतलब है सो सब कुछ मिल रहा है जानवरों की इसमें कोइ गलती नहीं हैं भई
अरे गलती हैं तो उनकी जो गाय के नाम से राजनीति खेलते हैं, जो गौ भक्त हैं उनका अभी कोइ अता पता ही नहीं हैं सैकड़ो गाये एक्सीडेंट में मर रही हैं कितनी रोड किनारे घायल अवस्था में तड़प रही हैं जिनकी हालात को देख जी काप जाता है लेकिन गौ भक्त आराम से अपने घरो में आराम फरमा रहे हैं |
दोस्तों उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने 19 अगस्त को एक नया आदेश जारी किया है पता है आपको वैसे में बता देती हूँ . उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने आदेश में कहा है की अब अगर कोइ भी धरना प्रदर्शन करेगा और उसके दौरान अगर तोड़फोड़ होती है तो उपद्रवियों और दंगाइयों पर सख्त नजर रखी जायेगी है। यूपी सरकार ने साफ किया है कि सार्वजनिक और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा और ऐसे लोगों से नुकसान की वसूली कर भरपाई की जाएगी।
2 _ 19 अगस्त की सुबह योगी आदित्य नाथ ने ट्वीट कर लिखा की उत्तर प्रदेश को अराजकता स्वीकार नहीं है। सार्वजनिक और निजी संपत्ति को क्षति पहुंचाने वाले दंगाइयों, सतर्क उत्तर प्रदेश, सुरक्षित उत्तर प्रदेश।
आपको बताती चलू की निजी सम्पत्ति क्षति वसूली नियमावली 2020 के तहत , जब जेहाद और धर्म के नाम पर मजहबी कट्टरपंथी सड़कों पर आम नागरिकों की संपत्ति को क्षति पहुंचाते हैं और सरकारी संपत्ति में तोड़ फोड़ करते हैं.इन सभी असामाजिक तत्वों को सबक सिखाने के लिए मुख्यमंत्री ने संपत्ति वसूली के लिए दावा अधिकरण का गठन किया है.इसमें कोई भी व्यक्ति क्षति पहुंचाई गई संपत्ति का दावा पेश कर सकता है।
3 _तो दोस्तों अब आप भी सतर्क हो जाईये बहुत हल्ला बोलते थे न. किसी भी अन्याय के खिलाफ आन्दोलन करने तुरंत में सडक पर उतरते थे .बहुत आजादी के नारे लागाते थे न. अब आई न बात समझ में . यही है लोकतंत्र भारत यहा पर हर काम सरकार की मर्जी से होता है. आपको पादना भी है तो सरकार से पूछना पड़ेगा काहे से पाद के दौरान जो गैस निकलती हैं न वो गंदी गैस होती है पता है कार्बनडाई आक्शाईद जो दूसरो को अच्छी नहीं लगती है ,खुद को भले ही आराम दें |
4 _ दोस्तों ये नियम कुछ हद तक तो मुझे सही लगता है क्योकि धरना प्रदर्शन के दौरान तोड़ फोड़ तो बहुत करते है आप लोग. कही थाना में आग लगा देते है कही पर बस और ट्रेन को जला देते है तो कही पर तोड़ फोड़ बहुत करते है और ये सब करना है तो अब थोडा तो डर होगा न .काहे से हर्जाना आपसे ही भराया जाएगा . तो अब सतर्क हो जावो भाई तो इस नियम का स्वागत तो करना चहिये की नहीं |