खबर लहरिया खेती चित्रकूट: हजारों किसानों के आंसू पोंछने का काम करेगा एक पावर हाउस

चित्रकूट: हजारों किसानों के आंसू पोंछने का काम करेगा एक पावर हाउस

जिला चित्रकूट के ब्लॉक मानिकपुर के गाँव कैलहा में विद्युत उपकेंद्र पावर हाउस बना तो है पर अभी तक यह पावर हाउस चालू नहीं हुआ है। लोगों का कहना है कि इस क्षेत्र में बसे गाँवो में बिजली की काफी समस्या रहती है। 2 सालों से बंद पड़े इस पावर हाउस के बंद होने से गावों में बिजली नहीं पहुँच पा रही है। इस क्षेत्र के लोगों को कर्वी के पावर हाउस से बिजली मिलती है, और ये बिजली भी 24 घंटे में से 12 घंटे ही आती है। बरसात के मौसम में तो इन ग्रामीणों को काफी परेशानी होती है। हलकी सी बारिश में भी यह खंभे और तार टूट जाते हैं जिससे कई दिनों तक लाइट नहीं आती है।

ये भी देखें –

महोबा : अचानक हुए फॉल्ट से लोगों का हुआ नुकसान, बिजली भी गुल

लोगों का कहना है कि अगर ये पावर हाउस चालू हो जाता है, तो पाठा क्षेत्र के 42 गावों में बिजली आ सकती है। बिजली न होने के कारण लोगों को कई तरह की समस्याएं भी आ रही हैं। न ही बच्चे रात में पढ़ाई कर पाते हैं और न ही कोई दूसरा काम हो पाता है। गाँव की महिलाएं भी रात के अँधेरे में खाना नहीं बना पाती हैं। इन लोगों को लकड़ी पर खाना बनाना होता है और ये लोग कोशिश करते हैं कि दिन ढलने से पहले ही ये लोग अपने सभी काम निपटा लें।

कई सामजिक कार्यकर्ताओं और नेताओं ने इस पावर हाउस को सुचारू रूप से चलवाने के लिए आंदोलन भी किया है, लेकिन उसके बावजूद भी अबतक इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं हुई है।

कर्वी के बिजली विभाग के एस डी ओ आर एस गुप्ता का कहना है कि वन विभाग द्वारा लगाई गई एन ओ सी के कारण इस पावर हाउस को फिलहाल बंद कर दिया गया है। और यह कब खुलेगा इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।

ये भी देखें –

छतरपुर : 12 सालों से कॉलोनी में नहीं है बिजली, कलेक्टर को दिया ज्ञापन

 

(हैलो दोस्तों! हमारे  Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)