बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय 2 मार्च 2010 में बना था। 948 एकड़ में फैले इस विश्वविद्यालय में कृषि, उद्यान, वाणिकी और सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय है। यहां ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स के साथ ही छात्रों को पी.एच.डी. की सुविधा भी उपलब्ध है। हमारे बुंदेलखंड के लिए ये एक बड़ी उपलब्धि है जहाँ से नए कृषि वैज्ञानिक निकलेंगे, जो नए नए शोध करेंगे। इससे किसानों को खेती में भी मदद मिल सकेगी लेकिन बाँदा के किसान क्या इससे उतने ही उत्साहित है? जानते है उन किसानों से ही ……
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