खबर लहरिया Blog बुजुर्ग क्यों हुए अन्नपूर्णा योजना लाभ से वंचित, कलेक्टर से की जाँच की मांग

बुजुर्ग क्यों हुए अन्नपूर्णा योजना लाभ से वंचित, कलेक्टर से की जाँच की मांग

Why the Annapurna scheme was deprived of the benefits of the elderly

टीकमगढ़ जिला के ग्राम पंचायत जिनागढ़ के ग्रामीणों ने अन्नपूर्णा योजना दुबारा शुरू किये जाने के लिए 13 जनवरी 2021 को अपर कलेक्टर को आवेदन दिया है आपको बता दें की अन्नापूर्ण योजना के तहत ग्रामीणों को राशन सामग्री मिल रही थी जो वर्तमान में बंद है उसे वापस दिलाए जाने के संबंध में ग्रामीणों ने आवेदन दिया है

अन्नपूर्णा योजना के तहत दिया जाता है फ्री में अनाज

Why the Annapurna scheme was deprived of the benefits of the elderly

जिन बुजुर्गों को वृद्धावस्था पेंशन नहीं मिलती है, लेकिन वे इसके पात्र हैं, उन्हें राशन कार्ड के जरिए हर महीने फ्री में अनाज उपलब्ध कराने का नियम है सरकार की अन्नपूर्णा योजना के तहत बुजुर्गों को हर महीने फ्री में अनाज देने की सुविधा उपलब्ध हैसरकार पेंशन नहीं पाने वाले पात्र वरिष्ठ नागरिकों को हर महीने 10 किलो अनाज मुहैया कराती हैइसमें उन्हें 6 किलो गेहूं और 4 किलो चावल दिया जाता है जो टीकमगढ़ में लोगों को नहीं मिल रहा है।

केंद्र सरकार उठाती है योजना का पूरा खर्च

जैसा कि हम जानते हैं राशन कार्ड राज्य सरकार और केंद्र सरकार दोनों की ओर से मुहैया कराए जाते हैं। मगर अन्नपूर्णा योजना ऐसी खाद्य योजना है, जिसका सारा खर्च केंद्र सरकार उठाती है। राज्य सरकार केवल कार्ड जारी करती है और लाभार्थी तक राशन पहुंचाने का काम करती है। केंद्र सरकार की ओर से अन्नपूर्णा योजना के माध्यम से उन सभी परिवारों को लाभ दिया जा रहा है जिनका रोजगार का कोई स्रोत नहीं है और परिवार के बुजुर्गों को भरण-पोषण करने में समर्थ नहीं है।

सचिव में सर्वे में काट दिया नाम

घनश्याम दास, हरदास अहिरवार का कहना है हम लोगों को पूर्व में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना के आधार पर प्राप्त होती थी लेकिन कुछ समय पहले राजेश प्रजापति सचिव द्वारा सर्वे किया गया था तो खाद्यान्न पर्ची में से 115 पात्र व्यक्तियों के नाम काट दिए गये, तथा अपात्र व्यक्तियों के नाम जोड़ दिए गए हैं जबकि हम लोग पात्र व्यक्ति हैंपिछले माह से हम लोगों को राशन नहीं मिला है जिसके कारण कई तरह की समस्याएं हो रही हैं हम लोग मजदूर लोग हैं और मजदूरी करके अपना भरण-पोषण करते हैं इसलिए हम लोग बहुत ही परेशान हैं

दुबारा राशन देने की अपील

सावित्री ने बताया कि पिछले माह से हमें राशन नहीं मिला है और हमारा खाद्यान्न पर्ची में से नाम काट दिया है मैं बेसहारा हूँ मेरे पति की मौत हो गई है और दो छोटे-छोटे बच्चे हैं मजदूरी करके बच्चों का भरण पोषण करती हूं जिससे खाने पीने की समस्याएं आ रही हैं हम लोग यही चाहते हैं कि हमारे गांव में जो 115 लोगों के नाम खाद्यान्न पर्ची में से काटे गए हैं वह जोड़ दिए जाएँ जिस तरह से पहले राशन मिलता था उसी तरह से राशन मिलने लगे

इस मामले में टीकमगढ़ अपर कलेक्टर आईजे खालखो का कहना है कि ग्राम पंचायत जिनागढ़ के ग्रामीणों ने आवेदन दिया है और उन्होंने बताया है कि खाद्यान्न पर्ची में से हमारे गांव 115 लोगों के नाम काट दिए लोगों के नाम क्यों काटे गए हैं इसकी जाँच कराई जायेगी। मामला सही पाए जाने पर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। और लोगों को पुनः राशन दिलवाया जायेगा।