खबर लहरिया ताजा खबरें महिलाओं का पादना बुरी बात क्यों ? बोलेंगे बुलवायेंगे हंसकर सब कह जायेंगे

महिलाओं का पादना बुरी बात क्यों ? बोलेंगे बुलवायेंगे हंसकर सब कह जायेंगे

अक्सर हम देखते हैं महिलाओं को ही हर छोटी-छोटी बातों के लिए रोका टोका जाता है। कुछ चीजें अपने बस में हैं कुछ नहीं कुछ चीजें प्राकृतिक होती हैं जिसे कन्ट्रोल करना खुद के बस के बात नहीं होती। अब छोटी सी ही बात है अक्सर हम कुछ ऐसा ज्यादा मसाले का या तला भूना ज्यादा खा लेते हैं तो गैस की समस्या हो जाती है या कहीं मेहमानदारी में गए तो मेहमानन बाजी खूब हुई तो भी गैस बनने लगती है। तब गैस निकलती है या शुद्ध शब्दों में कहूं तो पादने से।

ये भी देखें – बेटी-बेटा एक समान तो पढ़ाई में असमानता क्यों? बोलेंगे बुलवायेंगे हंसकर सब कह जायेंगे

अजीब लग रहा होगा आपको मैं किस तरह की बात कर रही हू बत्तमीज हूं यही सोच रहे होंगे की किस तरह की फालतू बात कर रही हूँ । लेकिन सोचने वाली बात है अगर पुरूष को आता है तो वो कहीं भी पादे। चाहे कितने भी लोग हों पादने से नहीं रूकते न कोई कन्ट्रोल करते हैं।

अगर लड़की को पाद आ रहा हो तो किसी के सामने पाद नहीं सकती अगर धोखे से पाद निकल गया तो कितना कुछ सुनना पड़ता है। बेशर्म है बत्तमीज है चाहे वो कन्ट्रोल कर सकती है या नहीं उसे कन्ट्रोल ही करना पड़ता है। तो चलिए जानते हैं लोगों से किस तरह महिलाएं और पुरूषो में किस तरह फर्क है इस प्राकृतिक चीज पर भी।

ये भी देखें – क्या आप भी अपने पति को बाबू, सोना कहकर बुलाती हैं? बोलेंगे बुलवायेंगे हंसकर सब कह जायेंगे