व्हाट्सएप और सोशल मीडिया पर कोरोना वायरस को लेकर फैलाए जा रहे अफवाह को लेकर व्हाट्सएप ने 7 अप्रैल 2020 को बड़ा फैसला लिया है। व्हाट्सएप ने मैसेज फॉरवर्डिंग को सीमित कर दिया है। पहले आप एक साथ 5 लोगों को मैसेज फॉरवर्ड कर सकते थे व्हाट्सएप ने यह प्रक्रिया 2019 में लांच की थी। पर अब किसी मैसेज को एक बार में सिर्फ एक ही यूजर को फॉरवर्ड कर सकेंगे। हालाकिं अभी यह व्हाट्सएप वर्जन हर किसी फोन में अपडेट नहीं हुआ है ऐसा बताया जा रहा है कि यह नया वर्जन अपने आप अपडेट हो जायेगा।
कोरोनावायरस से बचाव के लिए जहां पूरी दुनिया कई कड़े कदम उठा रही है। वहीं सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक, टविटर और व्हाट्सएप पर कुछ लोग इससे जुड़े गलत मैसेजे लगातार फॉरवर्ड कर रहे हैं। जो कि ट्विटर, गूगल और फेसबुक जैसी कंपनियों के लिए चुनौती हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए फेसबुक के स्वामित्व वाली कंपनी व्हाट्सएप ने मैसेज फॉरवर्डिंग की नई सीमा तय की जिसके मुताबिक आप किसी मैसेज को एक बार में सिर्फ एक ही आदमी को फॉरवर्ड कर सकते हैं। जिसकी वजह से लोगों में अफवाहें फैल रही है। ऐसी ही अफवाहों व फेक खबरों को रोकने के लिए यह व्हाट्सएप का एक बड़ा कदम है।
वॉट्सऐप ने इस फीचर को ऐसे समय में जारी किया गया है जबकि दुनियाभर में लोग सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर फैल रही अफवाहें और फर्जी खबरों को रोकने में लगे हैं। इसी सिलसिले में हाल ही में वॉट्सऐप पर एक फीचर देखा गया था जिसके जरिए यूजर्स वॉट्सऐप फॉरवर्ड मेसेज को गूगल पर सर्च कर यह जान सकेंगे कि वह फेक तो नहीं। यह फीचर अभी वॉट्सऐप के ऐंड्रॉयड व आईओएस वर्जन के बीटा ऐप पर उपलब्ध है।
व्हाट्सएप के इस फैसले की काफी तारीफ हो रही है। कहा जा रहा है कि कंपनी का यह फैसला स्वागत योग्य है। इससे निश्चित रूप से फर्जी समाचारों पर रोक लगेगी। Techcrunch. com नामक वेबसाइट से मिली जानकारी के अनुसार पूरी दुनिया में व्हाट्सएप के दो अरब से अधिक एक्टिव यूजर्स हैं, वहीं भारत में 40 करोड़ से अधिक लोग व्हाट्सएप इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में फेंक खबरों पर लगाम लगाना बहुत जरुरी है।