चित्रकूट जिले के ब्लाक कर्वी गांव गुरेहटनपुर मजरा रामपुर पालदेव की रहने वाली साधना पटेल जिसकी उर्म इस समय सिर्फ 18 है
साधना पटेल एक सधारण लडकी थी मां के बताने के अनुसार वह सुन्दर और जिम्मेदार लडकी थी मां मजदूरी करने जाती तो तो वह अपने भाईबहनो का ध्यान रखती खाना बनाती घर के कामो मे भी मां का हांथ भी बटाती थी |
वह थोडी जिद्दी मिजाज़ की भी थी ,उसको 14 साल की उर्म मे अपनी मौसेरी बहन के देवर से प्यार हो गया उस उर्म मे जब उसे ये समझ ही नहीं थी की प्यार शादी क्या होती है साधना के घर वालों के मना करने के बाद भी उस लड़के के साथ चली गई .ये बात गांव के लोगों को पता चली तो मां को ताने देने शूरू कर दिए साधना को घर मे न रखने का निर्णय समाज के ठेकेदारों ने तय किया |गोल्ड मेडलिस्ट बेसबॉल खिलाड़ी सनत कुमार के हौंसले की कहानी
मां पहले से ही अपने चार बच्चों को किसी तरह पाल रही थी साधना के पिता बहुत पहले ही मर चुके थे एक तरफ समाज का डर दूसरी तरफ ममता थी साधना की मां ने परिवार मे चार्चा करके साधना के रिश्तेदारी मे रखने का फैसला लिया जो बूआ लगती थी कुछ दिन बाद पता चला साधना को बुआ ने नवल धोबी डाकू को बेच दिया है
तीन महिने बाद नवल धोबी आत्मसमर्पण कर लेता है और साधना वहां से बच कर फिर गांव वापस आती है और गांव वाले उसे फिर रहने नहीं देते मां ने भी समाजिक दबाव मे आकर बेटी को घर से भगा दिया
फिर वो कही होटल मे रही उस बीच एक लड़के ने फिर उससे शादी करने का प्रस्ताव रखा और इसने घर वालो की राय लेकर शादी भी कर ली
लेकिन उन तीन महिनो मे जो उसने जंगल मे काटे उस समय तक उसके उपर केस लग चुके थे वह अपनी शादीशुदा जिन्दगी ठीक से नहीं गुजार पा रही थी कभी दिल्ली कभी कही इधर उधर भागती रही एक साल से वह अपने ससुराल मे अपने पति के साथ मौरानीपुर मे रह रही थी छै महिने का बच्चा भी है पेट मे लेकिन एम पी पूलिस ने 13 नवंबर की रात मे छापा मार कर साधना को घर से पकड़ लिया और झूट दिखाया जंगल कि उसे जंगल से पकडा है |