Videos of glass pieces and sand in salt packets provided by the Government have been going viral on social media. People have even come forward to share that the quality of the salt is so bad that it doesn’t dissolve easily in water. Khabar Lahariya reached Sukrampur village in Bundelkhand’s Manikpur town to investigate the matter.
Most of the families in this village have stopped using the salt distributed by the Government because they believe that it is unfit for consumption.
To uncover the truth, we decided to purchase two packets of salt: branded salt and the one provided by the Government. We went on to test both of them by dissolving it in water, in the presence of local residents. Which salt passed the test? To find out, watch the full video.
ये भी देखें – क्या आपके नमक में है कांच, फ़ेक या सही। जल्द ही आ रही हमारी एक्सक्लूसिव स्टोरी
सोशल मीडिया पर पिछले कुछ दिनों से सरकार द्वारा कोटे में मिलने वाला नमक चर्चा का विषय बना हुआ है। जहाँ कुछ लोगों ने ये शिकायत करी है कि सरकारी नमक में कांच पाया गया है वहीँ कुछ लोगों का कहना है कि इस नमक की क्वालिटी इतनी ख़राब है कि ये आसानी से घुलता नहीं है। कुछ लोगों ने नमक में बालू मिलने की भी शिकायत करी है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इन सभी पोस्ट्स की सच्चाई पता लगाने हम पहुंचे बुंदेलखंड के मानिकपुर क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सुखरामपुर गाँव में।
गाँव में भी सभी लोगों ने सरकारी नमक का इस्तेमाल करना छोड़ दिया है क्यूंकि उन्हें लगता है कि ये नमक ठीक नहीं है और इससे उनके स्वास्थ्य को खतरा हो सकता है।
हमने सोचा क्यों न हम खुद ही इस नमक की सच्चाई जानें और गाँव वालों के सामने दूध का दूध और पानी का पानी कर दें। बस फैक्ट चेक करने के लिए हमने सरकारी नमक और बाज़ार में मिलने वाले नमक को पानी में घोला और नतीजा हमारे सामने था।
तो चलिए आप भी पूरी वीडियो को देखिये और जानिये कि वायरल हो रहे इस नमक की पीछे की असलियत क्या है।
ये भी देखें – सप्लाई इंस्पेक्टर ने 4 महीनों से नहीं दिया राशन – ग्रामीणों का आरोप
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)