जिस तरह से पूरे देश में पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ गये हैं उससे लोग काफी परेशान हैं। लोगो का कहना है कि पेट्रोल-डीजल के दामों में इतनी बढ़ोत्तरी तो पहले कभी नहीं हुई। इसके खिलाफ देश भर की कई जगहों पर धरना-प्रदर्शन भी हो रहा है। हमने इस बढ़ती महंगाई के बारे में हमारे देश के युवा की क्या राय है, यह जानने की कोशिश की।
सरकार के द्वारा बढ़ाये गए पेट्रोल-दिसेल के दामों से युवा काफी निराश हैं। युवाओं का कहना कि सरकार दिन प्रति दिन मंहगाई बढ़ाती जा रही है, और जिन चीज़ों पे ध्यान देना चाहिए जैसे रोज़गार, उसपर ध्यान नहीं दे रही है। जब युवा बेरोज़गार ही हैं तो वो कहाँ से इतना पैसा लाएंगे कि पेट्रोल डीजल खरीद सकें और किसी भी प्रकार की यात्रा कर सकें।
युवाओं का यह भी कहना है कि पेट्रोल डीजल के दामों के साथ और भी ज़रूरी चीज़ों के दाम बढ़ गए हैं, जैसे दाल, चावल और घरेलु सामग्री में भी बहुत महंगाई बढ़ गयी है। पहले जैसे लोग दस कदम दूरी के लिए भी बाइक उठा लेते थे अब वो लोग एक किलोमीटर की दूरी भी साइकिल से तय कर रहे हैं। सबसे ज़्यादा परेशानी तो किसान और मज़दूर वर्ग को हो रही है जिनकी आमदनी इतनी नहीं है कि वो रोज़ रोज़ इतना महंगा पेट्रोल- डीजल खरीद कर व्यापार करने या कसी और ज़रुरत से बाहर जा पाएं। अब देखना यह होगा कि सरकार लोगों की बात मान कर इनके दामों में गिरावट लाएगी या महंगाई का यही हाल रह जायेगा।