जल ही जीवन है लेकिन अगर जल ही न मिले तो? या जल का स्रोत ही काम करना बंद कर दे तो ग्रामीणों को बहुत संकट का सामना करना पड़ता है। जिला बांदा ब्लॉक तिन्दवारी गांव दतौली में पिछले 15 दिनों से हैंडपम्प बिगड़ा पड़ा है।
जानवरों के पीने से ले कर खुद के खाने और पीने के लिए पानी 1 किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ता है , लोगों के नहाने धोने खाने पीने किसी भी काम के लिए पानी की सुविधा नही हैं, हर रोज़ महिलाओं और पुरुषों को प्यास बुझाने तक के लिए भी मीलों चलना पड़ता है|
ग्रामीणों को पानी की काफी जद्दोजहद करना पड़ रहा है। वह दुसरे इलाकों में जा कर घंटों इंतज़ार करने के बाद पानी ले पाते हैं|
यहां के लोग का आरोप है कि 1 किलोमीटर दूर से पानी लाने के लिए मजबूर हैं।
कुएं भी सूखे हैं और इस टाइम पर अगर हैंडपम्प भी बिगड़ जाये तो स्थिति संकट की हो जाती है। कई बार सूचित किया है प्रधान इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। अब लोगों का कहना है वह खुद ही 10, 20 रुपए का चंदा इकठ्ठा कर के हैण्ड पंप सुधरवायेंगे|
क्यों की कई बार प्रधान से कहा भी है, प्रधान कहता है कि एक-दो दिन में बनवा देंगे अभी तक मे किसी तरह की कार्यवाही नहीं की गई है। दीपावली के पहले से हैंडपंप खराब है। इस समय पानी की बहुत जरूरत है एक ही हैंडपंप है वहां भी सुबह से ही भीड़ लगती है और चार हैंडपंप खराब है इसलिए जनता पानी के लिए इधर-उधर घूम रही है प्रधान पुष्पेन्द का कहना है कि जानकारी है और मैं मिस्त्री को जल्द ही भेजकर वहां का हैंडपंप ठीक करवा दूंगा। और इस बात को कहे हुए हफ्ते गुज़र गए है
लेकिन अभी तक कोई भी मिस्त्री हैंडपंप सुधरने नही आया है , गाँव वासियों का कहना है कि अगर सुनवाई नही होती तो एक दो लोग फांसी मे झूल जायेगे हो सकता है तब सुनवाई हो जाए