खबर लहरिया ताजा खबरें महिला को बदचलन बोलकर हिंसा को बढ़ावा देना कितना सही?

महिला को बदचलन बोलकर हिंसा को बढ़ावा देना कितना सही?

इस महीने महिलाओं के साथ में बड़ी बड़ी वारदातें सामने आई हैं. वैसे तो पूरी यूपी में महिलाओं के साथ में हत्या बलात्कार की घटनाएं आम बात हो गई हैं, लेकिन बुन्देलखण्ड के बाँदा जिला में दिल को दहला देने वाली घटना सामने आई बाँदा के बबेरू में एक महिला को उसके पति ने अवैध शक के आधार पर उसका सर काट कर पुरे बबेरू कस्बे में कटा सर लेकर खुले आम घूमा और बाद में सर लेकर थाने भी पहुच गया .

किसी की इतनी हिम्मत भी नहीं हुई की उस पुरुष को कुछ बोल दे ,बल्कि ये पुरुष समाज के मर्दों ने जमकर महिलाओं के चरित्र पर पर उलटा कीचड़ उछाला खूब चिस्किया ली और खुले तौर पर ये कहा ऐसी ओरतों के साथ में इसी तरह होना चहिये . और तो और मीडिया ने भी इस हिंसा को बढावा दिया कही न कही सारे मर्दों की सहमती दिखी की ओरत का सिर काटना ठीक था .खबरों की हेड लाईने भी कुछ ऐसी आई ,वेवफा बीबी का सर धड से कलम कर पति पहुंचा थाने. बबेरू घटना एक सबक है उन उन ओरतों को जो पति की नहीं प्रेमी को ज्यादा इज्जत देती हैं बन्दा का जिगर मजबूत है ईनाम देने लायक है ,और बहुत सारी खबरें और शोसल मीडिया ऐसी हेंडिग और पोस्ट थी और उनपर जो कमेन्ट थे वो भी हिंसा को बढावा दे रहें थे.

अब सारे मर्द ये बताये की ये जो बोल रहे है उन महिला के बारे किसको इसकी पुक्ता जानकारी है की महिला का अवैध सम्बन्ध था ,किसी ने उनके घर की ओरतों या परिवार से बात किया है. पति ने सक के आधार पर ओरत को काट डाला और आप लोग चुसकिया ले रहें है आखिर आप भी मर्द ही है न .यहाँ पर वो कहावत फिट बैठती है की सूप बताये तो बताये ,चलनी का बताये जेहिके बत्तीस ठो छेद. यहीं मर्द दूसरी ओरतो का मुह ताकते हैं छेड़खानी करते हैं बलात्कार करते है तब इस तरह के कमेंटो की बाढ़ नहीं आती है. कितनी सारी ऐसी ओरते हैं जिनको में जानती हूँ, उनके पति पत्नी के होते हुए दूसरो के रिश्ते बनाते हैं और घर में अपनी बीबी को सताते है

मारते है खाना नहीं देते है. हजारो मर्द जो दुसरे शहरों में नौकरी करने जाते है अपनी बीबी को घर में छोड़ कर और वहां पर दूसरी ओरतों से सम्बन्ध बनाते है ऐसे इन मर्दों को क्या कहा जाए, ओरतों के बारे में इतना भद्दा बोलने और लिखने वालो इतना क्यों भूल जाते हो की आपके घर में किसी न किसी रूप में ओरते हैं चाहे माँ हो बहन भाभी पत्नी ,बेटी दाती या और कोइ भी रिश्ता लेलो ये सारी ओरतों के ओव्तार एक ही हैं जैसे आप नवरात्री में नव देवियों के नाम लेते है फिर लिखते और बोलते समय आपा खो बैठते हो.

यूपी में जो ओरतों के साथ में तेजी से हिंसा बढ़ रही है उसको बढावा देते में आप सबका हाथ हैं ऐसे में ही मर्दों को हिंसा करने के लिए बढावा मिलता है इसका जीता जागता उदाहरण है की बबेरू केस के बाद बदौसा में भी एक औरत को पति ने मार कर खेत में फेक दिया. औरतों के कोख से पैदा होने वाला मर्द क्या मर्दागनी दिखाता है औरतो बतचलन ,वेवफा बोलकर क्या दिखाना चाहते है

 

तो दोस्तों आप क्या सोच रहे है इस मुद्दे पर जरुर से लिख भेजिए आपके मन में इस तरह के सवाल है तो मुझे बताये बोलिए भारत लोक तांत्रिक देश है अगर गलत हो रहा है तो सवाल उठाना जरूरी है . इस बार का शो अगर पसंद आया हो तो दोस्तों के साथ में सेयर करिये ,अगर खबर लहरिया चैनल को सबस्क्राइब नहीं किया है तो अभी कर लीजिये तो दोस्तों अगले एलिशोद में फिर मिलती हूँ कुछ करारी बातो के साथ नमस्कार