खबर लहरिया जवानी दीवानी बुरा न मानो होली है, कितनी जायज? बोलेंगे बुलवायेंगे शो

बुरा न मानो होली है, कितनी जायज? बोलेंगे बुलवायेंगे शो

बुरा न मानों होली है यह शब्द बोलना होली के माहौल में कितना जायज है? जब खेल-खेल में महिलाओं लड़कियों के साथ छेड़खानी होती है। होली खेलने झुण्ड में निकले लड़के जब लड़कियों को देखकर सीटी बजाते हैं, कमेंट करते हैं जिसकी वजह से ग्रामीण स्टार की ज्यादातर लड़कियां घर से बाहर नहीं निकलती हैं।

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भांग और शराब के नशे में युवा और पुरुष गलियों से गुजरकर हल्ला मचाते कमेंट करते निकलते हैं तो बुरा क्यों न माने? आज के एपिसोड में सुनिए लोगों से होली में बुरा न मानना कितना जायज है कितना नहीं।

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