ब्लॉक तारून खपराडीह मतगणना स्थल पर शुक्रवार और शनिवार को मतगणना पास वितरण किया जा रहा है। जिसमें कोरोना वायरस महामारी के चलते सरकार द्वारा दिए गए कोविड-19 प्रोटोकॉल और दिशेनिर्देशों का पालन करना था।लेकिन न ही लोग सोशल डिस्टैन्सिंग का पालन करते दिखे और न ही कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए मतगणना स्थल पर कोई व्यवस्था दिखी।
अयोध्या ज़िले में पंचायत चुनाव को मद्देनज़र रखते हुए शहर के हर एक ब्लॉक में मतगणना स्थल केंद्र बनाया गया है जिसमें मतगणना के दिन वहीँ पर वोटों की गिनती होगी और हर क्षेत्र के जीतने वाले प्रत्याशी का ऐलान होगा। बता दें कि आज और कल यहाँ उम्मीदवारों के एजेंट के लिए एक मतगणना पास का वितरण किया जाएगा, जिसके बाद ही वो लोग मतगणना स्थल पर जा सकते हैं।
न ही सोशल डिस्टन्सिंग, न ही लोगों ने लगाए सही ढंग से मास्क-
ब्लॉक तारून खपराडीह मतगणना स्थल पर आज दिनांक 30 अप्रैल यानी शुक्रवार और शनिवार को मतगणना पास वितरण किया जा रहा है जिसमें कोरोना वायरस महामारी के चलते सरकार के द्वारा दिए गए कविड-19 प्रोटोकॉल और दिशा-निर्देशों का पालन करना था, लेकिन न ही लोग सोशल डिस्टन्सिंग का पालन करते दिखे और न ही कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए मतगणना स्थल पर कोई व्यवस्था दिखी।
मतगणना स्थल पर मौजूद एजेंट और प्रत्याशियों का कहना है कि यहाँ पर कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है और न ही कोई गाइडलाइंस का पालन कर रहा है। मतगणना पास का वितरण सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक होना है और इन लोगों का कहना है कि वो सुबह 10 बजे से यहाँ धूप में खड़े हैं, न ही यहाँ पेयजल की कोई सुविधा है और न ही कोई सोशल डिस्टन्सिंग का पालन कर रहा है। स्थल पर ज़्यादातर लोग झुंड बना कर खड़े पाए गए और कुछ लोगों के तो मास्क भी नाक के नीचे दिखे। यहाँ पर मौजूद प्रशासन भी लोगों से कोविड-19 के प्रोटोकॉल का
पालन करने को नहीं बोल रहा है। लोगों ने बताया कि इसी पास को दिखाकर 2 मई को होने वाली वोटों की गिनती में वो शामिल हो सकते हैं। प्रत्याशियों के साथ आए उनके एजेंट्स का भी यही कहना है कि उन्हें पास लेने की खातिर आज यहाँ आना पड़ा। यह लोग कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण पहले से ही काफी डरे हुए हैं, ऐसे में मतगणना स्थल पर कोरोना के दिशानिर्देशों का इस तरह उल्लंघन होते देख कई लोग 2 मई को भी यहाँ आने से डर रहे हैं।
मतगणना के दिन सभी की होगी थर्मल स्क्रीनिंग, रखे जाएंगे सैनिटाइज़र-
जब हमने कोविड के चलते स्थल पर कोई व्यव्यस्था न होने के बारे में निर्वाचन अधिकारी एके सिंह से बात की तो उनका कहना है कि उन्होंने अपनी पूरी कोशिश की थी कि कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखकर ही आज पास वितरण किए जाएँ लेकिन पास लेने आए लोग ही बड़े-बड़े गुटों में एक साथ खड़े हैं। आज की दुर्व्यव्यस्था को मद्देनज़र रखते हुए एके सिंह ने मतगणना के दिन यानी 2 मई के लिए प्रत्याशियों और एजेंट की थर्मल स्क्रीनिंग कराने का फैसला किया है जिसके बाद ही उन्हें स्थल के अंदर जाने की अनुमति दी जाएगी। इसके साथ ही स्थल पर सैनिटाइज़र की सुविधा भी उपलब्ध कराई
जाएगी और सभी को मास्क लगाना अनिवार्य होगा।
सभी लोगों को सोशल डिस्टन्सिंग का पालन करना भी अनिवार्य होगा। उन्होंने बताया कि क्यूंकि कल यानी शनिवार को शहर में लॉकडाउन रहेगा जिसके कारण आज ही ज़्यादातर लोग पास लेने के लिए आ गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि कोरोना वायरस और लॉकडाउन के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए कल भी यहाँ मतगणना पास का वितरण किया जाएगा।
कौन होते हैं एजेंट?
जो प्रत्याशी चुनाव लड़ता है वह अपनी तरफ से एक व्यक्ति को अपने सहायक के रूप में रखता है। चुनाव के दिन या मतगणना के दिन प्रत्याशियों को अंदर जाने की अनुमति नहीं होती है। ऐसे में सहायक यानी एजेंट ही अंदर जाकर चुनाव प्रक्रिया पर निगरानी रखता है। ज़्यादातर एजेंट चुनाव स्थल पर किसी प्रकार से हो रही धांधली का ध्यान रखते हैं और अगर ऐसा कुछ हो रहा होता है तो वो इसकी शिकायत अधिकारी से करते हैं। हर उम्मीदवार के पास अनुमति होती है कि वो एक एजेंट चुन सके।
इस खबर को खबर लहरिया के लिए कुमकुम द्वारा रिपोर्ट एवं फ़ाएज़ा हाशमी द्वारा लिखा गया है।