नमस्कार दोस्तों मैं हूं सुनीता प्रजापति लेकर आई हूं अपना शो जासूस या जर्नलिस्ट। दोस्तों जिस देश को सोने की चिड़िया कहा जाता है जहां पर परमहंस का नारा दिया जाता है वह देश आज हिंसा की तरफ बढ़ता नजर आ रहा है जी हां हम बात कर रहे हैं जो हमारे देश में चारों तरफ महिला रेप और हत्या से जुड़े खबरें आ रहे हैं तो अब आप सोच रहे होंगे कि हम हाथरस के केस के बारे में बात कर रहे हैं जी नहीं हम बात कर रहे हैं बांदा जिला के जसपुरा थाना क्षेत्र के एक गांव का तो दोस्तों इस वीडियो को पूरा जरूर देखें और अपनी राय हमें कमेंट पर बताएं।
दोस्तो मामला बाँदा जिला के जसपुरा थाना का है। जहाँ पर एक 65 साल की वृद्ध महिला ने गाँव के एक ब्यक्ति के ऊपर 24 अगस्त को बलात्कार करने का आरोप लगाया था। पीड़िता ने इसकी शिकायत जसपुरा थाने में किया। पर पुलिस ने कोई कार्यवाही नही की, ये कहकर थाना से भगा दिया कि उम्र ज्यादा हो गई है और बलात्कार नही हो सकता है। झूठ बोल रही है। पीड़ित महिला ने बताया कि मैं खेत वाले घर मे रहती थी। रात को जगदेव नाम का ब्यक्ति आया और जबरजस्ती करने लगा। हमने बहुत कोशिश की चिल्लाने की पर उसने मुँह दबा लिया। जान से मारने की धमकी दी, गाली गलौज किया।
हमारे साथ बलात्कार किया। सुबह जब लड़का बहु आये तो बताया। थाना गए पर कोई सुनवाई नही हुई। पीड़ित महिला की बहू ने बताया की न्याय पाने के लिए हमने थाना के 10 चक्कर लगाए है। हमे डांट कर भगा देते है। अगर आज कार्यवाही नही हुई तो हमे बहुत खतरा है। हमारे खेत है। हमारे लड़का बिटिया खेत जाते है ये कुछ भी कर सकता है। जब हमने इस मामले में दुबारा से रिपोर्टिंग की तो ऐसे कई केस निकल कर आये। जिसको सुनकर आप भी दंग रह जाएंगे। लोगो ने दबी जुबान से कहा कि आरोपी जगदेव सरकारी कोयला खदान का कर्मचारी था। जिसकी तनख्वाह करीब 50 से 60 हजार महीने की आती थी।
पैसे के दम पर जगदेव के परिवार वालो ने कई लोगो की ज़िंदगी खराब कर दी। इन केसों में सिर्फ जगदेव का ही परिवार आरोपी नही है। प्रधान भी इस तरह के अपराध को बढ़ाने में पूरा सहयोग देते है। लोगो ने कहा कि करीब एक साल पहले जगदेव के लड़के भूरा ने गाँव की ही लड़की के साथ रेप किया था। प्रधान ने पीड़ित परिवार के ऊपर दबाव बना कर डेढ़ लाख रुपये में समझौता करा दिया। जिससे बेइज्जती के कारण लड़की ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसके बाद करीब 10 महीना पहले फिर से एक शादी सुधा लड़की के साथ बलात्कार किया। फिर प्रधान ने पीड़ित परिवार को समझा बुझा कर राजीनामा करा दिया।
जब लड़की ससुराल गई और उसके पति को पता चला तो उसने भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। अब 24 अगस्त को जगदेव ने उस बूढ़ी महिला के साथ बलात्कार किया। इस केस में भी प्रधान 2 लाख रूपये देने और राजीनामा करने का दबाव बना रहा है। राजीनामा नही किया तो रोज गाली गलौज करते है। पुलिस अभी अपराधी को पकड़ नही रही है। हालांकि इस मामले में पुलिस ने जगदेव और प्रधान रामआसरे के के खिलाफ धारा 376, 323, 504, 506 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पर आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्तारी से दूर है। अब सवाल ये उठ रहा है कि आखिर इतने केस होने के बाद भी पुलिस के हाथ अपराधी से दूर है। सवाल ये भी है कि जिस तरह घटना के बाद पुलिस नजर आती है, वैसे अगर पहले नजर आए तो शायद ये घटना हो ही न।
जसपुरा थाना क्षेत्र के इस गाँव मे लोगो के अनुसार रेप और समझौता होने के बाद3 लोगो की जान गई है, इसका जिम्मेदार कौन? उत्तर प्रदेश में जहां पर पुलिस वालों को लोग भगवान समझते है, न्याय की उम्मीद करते है, वही पर पुलिस पीड़ित के साथ मे इस तरह के ब्यवहार करती है। मुकदमा लिख कार्यवाही की जगह उसको इधर उधर भटकाने और राजीनामा करने को मजबूर करती है।
आख़िर इस थाना के दरोगा ने किस आधार पर कह दिया कि बूढ़ी औरत है रेप नही हो सकता। साहब यहां तो लोग दूध पीती बच्ची के साथ अपनी हवस मिटाते है ये तो बूढ़ी औरत है। तो दोस्तो आपको इस केस को लेकर क्या सुझाव है, हमे कॉमेंट पर बताये। हमारे चैनल को सब्सक्राइब करें, अगर वीडियो अच्छा लगे तो शेयर करें। तो अभी के लिए इतना ही मिलते है अगले एपिसोड में नए केस नए सवालों के साथ। नमस्कार