बांदा जनपद के छोटे से कस्बे नरैनी में रहने वाली विजेता इस समय बुन्देलखंड की उभरती सितारा है जो सिंगर बनने के सपने को साकार करने के लिए काफी लगने से छुटी है| उन्होंने अपने जिले और आप पास तो अभी भी काफी फेमस हो चुकी है लेकिन उनका सपना टीबी चैनल में आने और भोजपुरी एलेब्म बनाने कि है|
फिलहाल वो प्रभाकर की डिग्री ले रही हैं और वो इन्टर पास कर के म्यूजिक में नाम कमाना चाहती है और वाराणसी जा कर संगीत सीखना चाहती हैं |विजेत एक दलित परिवार से है और उनकी परिवश उनकी मां और नाना ने की है पिता का कोई सहयोग नहीं मिला|
यह बुन्देलखंड की उभरती सितारा विजेता बताती है की वह तीन बहनो में सबसे छोटी है वह बहुत छोटी उम्र से गाती थी लेकिन कक्षा 5 के बाद से मंच में गाना और प्रतियोगताओ में भाग लेना शुरू किया , उसके पापा खुद भी एक अच्छे सिंगर थे और उनका सपना था कि डरेक्टर बने लेकिन उसके लिए पैसा और मेहनत दोनो चाहिए था| पर उन्होंने आलसपन के कारण अपने हुनर को नहीं दिखाया और अब उसे भी सिंगर बनने से रोकते है | बाँदा के डी एम सर ने विजेता की कला को पह्चना और उसे बाँदा के अलग अलग मंच में गाना गाने का मौका भी दिया |बुन्देलखण्ड का उभरता सितारा शिव सूर्यवंशी, जल्द ही लेके आ रहें है उनका एक्सक्लुसिव इंटरव्यू
विजेता के नाना पुलिस में आई पी एस अधिकारी थे उन्होंने ही उनका खयाल रखा और पढा लिखा कर विजेता को सिंगिंग कि दुनिया में आगे देखना चाहते हैं | बचपन में विजेता का सपना पुलिस अफ्सर बनने का था नाना को देखकर लेकिन किसी कारणवश वह बदल गया और दूसरी बात ये भी थी कि जब भी वह गाती थी सब को बहुत अच्छा लगता था | अब वह अलग अलग कार्यक्रम में गाने के लिए बुलाई जाती है| अवार्ड भी मिलते है और वह पुरी कोशिश में लगी है किसी अच्छे मंच की जो अभी उसे नहीं मिला|