वाराणसी जिले के गाँव चाँद पुर और भिखारी पुर में आशा ट्रस्ट और लोक समिति संस्था की तरफ से चलाए जा रहे कोरोना राहत-कार्य अभियान के तहत गांव के 60 जरूरतमंद किशोरियों को पौष्टिक आहार वितरित किया गया।
कोरोना वायरस महामारी से लगातार जनता जूझ रही हैl न जाने ऐसे कितने परिवार हैं जिनको दो जून की रोटी भी नशीब नहीं हो रही है ऐसे में जिला वाराणसी, थाना रोहनिया अंतर्गत गांव चांदपुर भिखारीपुर में आशा ट्रस्ट और लोक चेतना समिति संस्थाएं आगे आई हैं जो गरीबों में बढ़चढ़ कर राशन वितरण कर रही हैंl जरुरत मंदों को राशन और किशोरी लड़कियों को सैनेटरी पैड और पोषाहार वितरण कियाl इस कोरोना महामारी में लगातार यह दोनों संस्थाएं अभियान चलाकर गरीब परिवारों को मदद दे रहे हैंl
60 किशोरियों को बांटा सैनेटरी पैड
किशोरी संगठन की संयोजिका सोनी का कहना है कि इस कोरोना कॉल में महिलाएं-लड़कियां बाहर नहीं जा पाती और न ही उनके पास पैसे होते हैं इस वजह से वह उनकी मदद में लगी हैंl सोनी का कहना है की अभी भी गांव में महिलाएं पीरियड में कपड़ा ही इस्तेमाल करती हैं जिससे उनको पैड खरीदने में शर्म आती हैl यही सोच करके वह हर तरह से जरूरतमंद को जरुरत की चीजें वितरण कर रही हैंl इस अभियान के तहत 60 किशोरी लड़कियों को सैनेटरी पैड और पोषाहार बांटा गया हैl
लोगों के जीवन की सुरक्षा के लिए उठाया कदम-नंदलाल मास्टर
लोक समिति के नंदलाल मास्टर ने बताया कि महामारी को ध्यान में रखते हुए किशोरियों को जो गरीब परिवार से हैं खास करके उनके लिए राहत सामग्री तैयार की गई हैl जिसमें सैनिटाइजर, मंजन,मास्क, साबुन और मेडिसन को शामिल किया गया है साथ ही पोषाहार में चना, सोयाबीन, मूंगफली और बिस्किट को भी शामिल किया गया हैl जिस तरह से देखा जाए तो इस महामारी में बच्चियों के पास पैसे नहीं आ रहे हैं तो उनके जीवन और सुरक्षा के लिए उन लोगों ने यह कदम बढ़ाया हैl अभी 2 गांव चांदपुर भिखारीपुर में चल रहा हैl आगे भी जब तक यह महामारी रहेगी यह लोग इसी तरह जागरूकता और लोगों की मदद करते रहेंगेl
दो जून की रोटी मिलना हो हो रहा मुश्किल
गांव चांदपुर की किशोरी सविता का कहना है कि इस समय देखा जाए तो रोजगार ठप है कहीं कोई काम नहीं मिल रहा हैl परिवार चलाना इतना मुश्किल हो गया है कि पैसे घर में नहीं आ रहे हैंl तो ऐसे में लोग खाएंगे क्याl ऐसे में सामान ख़रीदने में बहुत दिक्कत होती हैl गुड्डी का कहना है कि “आज हम लोग की स्थिति बहुत ही नाजुक बन चुकी है हमारे पिताजी लेबर का काम करते हैं लेकिन इस समय वह काम पूरी तरह से ठप पड़ा हैl किसी तरह तो सुबह शाम का दाल रोटी चल जा रहा है और चीजों के लिए तो बैठ कर सोचना पड़ता है लेकिन आज हमें बहुत ही खुशी हुई क्योंकि इस संस्था के लोगों ने महामारी में जागरूक भी किया और कुछ सामान भी दिया हैl”
कपड़ा नहीं अब सैनेटरी पैड का करेंगे इस्तेमाल-किशोरियां
ममता भिखारी पुर ने बताया कि आज अगर यह संस्था उन लोगों को सैनिटेशन किट नहीं देती तो वह लोग पैसे के आभाव में कपड़ा ही इस्तेमाल करतेl और वही यूज़ भी कर रहे थे लेकिन आज वह बहुत खुश है की संस्था के लोगों ने इन किशोरियों की मदद के लिए अपने कदम आगे बढ़ाये हैंl इसी गांव की निवासी नेहा का कहना है कि इसके साथ-साथ उन लोगों को सफाई और जागरूकता के बारे में भी बताया गयाl जो 18 वर्ष से जो ऊपर हैं वह भी वैक्सीन ले सकते हैंl महामारी से बचने के लिए साफ-सफाई, सेनीटाइजर, भीड़ भाड़ में मास्क लगाना और वैक्सीन टीकाकरण करवाना बहुत ही जरूरी हैl यह सब सुनकर और सीखकर यह किशोरियां बहुत खुश हैं और कहती हैं की इस महामारी में जो लोगों का सहयोग मिला है वह उनके लिए बहुत ही लाभदायक हैl
इस खबर की रिपोर्टिंग शुशीला देवी द्वारा की गयी है।
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