वाराणसी जिला के गाँव बर्थरा खुर्द के रहने वाली गर्भवती महिलाओं का आरोप हैं कि उन्हें आगांवड़ी की तरफ से सरकार द्वारा पोषाहार देने को कहा गया है लेकिन इन महिलाओं का कहना है कि इन्हें सही तरीके से पोषाहार उपलब्ध नहीं करवाया जाता है। उनका कहना है कि आशा कार्यकर्ता कभी 3 महीने या कभी 2 महीने पर आगंनवाड़ी आती हैं और जो मन में आता है वह देकर चली जाती हैं।
दवाई के नाम पर वह केवल आयरन की गोलियां ही देकर जाती हैं। जब उनसे पूछा गया कि इन्होंने अधिकारी से इसकी शिकायत क्यों नहीं की तो उनका कहना था कि कोई फायेदा नहीं है शिकायत करने से, कोई कुछ नहीं करता है इस गाँव के लिए।
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जब आशा कार्यकर्ता से इस बारे में बात की गई तो उन्होंने बताया कि प्रशासन द्वारा इन्हें पोषाहार नहीं मिलता है और जो मिलता है उसमें 25 दिन तक का ही सामान आता है, और यहाँ की आबादी भी काफी ज्यादा है तो जितना पोषाहार आता है वह उतना नहीं होता है कि सबको सही तरीके से बांटा जा सके।
वहीं बाल विकास अधिकारी से खबर लहरिया की रिपोर्टर लगभग 3 बार बात करने जा चुकी हैं लेकिन उनसे इस बारे में बात नहीं हो पाई है।
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