खबर लहरिया खेती किसान क्यों खरीद रहे प्राइवेट केंद्रों से बीज?

किसान क्यों खरीद रहे प्राइवेट केंद्रों से बीज?

वाराणसी जिले के चोलापुर ब्लॉक में रहने वाले व्यक्ति का कहना है कि सरकार द्वारा बीज नर्सरी से मिल तो रहे हैं लेकिन क्या यह हमारे लिए फायदेमंद है क्योंकि हमे नहीं लगता है। सरकारी बीज केंद्र में हर प्रकार के बीज उपलब्ध नहीं होते और बहुत भीड़ भी होती है। इस वजह से वह लोग प्राइवेट केंद्र से ही बीज खरीदते हैं।

ये भी देखें – “मकई की खेती की अनूठी कहानी: 48 वर्षीय किसान की संघर्ष, सफलता और प्रेरणा”

आगे कहा, मोटी धान या किसी अन्य प्रकार की धान खेती करना चाहें, तो वे उपलब्ध नहीं हो रहे हैं। जहां बीज उपलब्ध हो रही है, वहां की कोई गारंटी नहीं है। महंगाई के इस समय में, जब हम इन बीजों का उपयोग करते हैं, हमें पूरी मात्रा में पैदावार नहीं मिल रही है और कीट भी लग जाते हैं। इससे बेहतर होगा कि वह प्राइवेट दुकानों से बीज खरीदें।

ये भी देखें – पटना : इस गांव के 80% किसान करते हैं भिंडी की खेती

 

‘यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’

If you want to support  our rural fearless feminist Journalism, subscribe to our  premium product KL Hatke