खबर लहरिया जवानी दीवानी वाराणासी: शहीद दिवस पर शहीद रमेश यादव का सम्मान

वाराणासी: शहीद दिवस पर शहीद रमेश यादव का सम्मान

जिला वाराणासी में ब्लाक चिरईगांव सपूत की शहादत में झकझोर दिया और शहीद दिवस पर शहीद रमेश यादव का सम्मान किया गया

राजमती देवी को तोहफापुर के की मां राजमती बेटी की शहादत को याद कर बोली लाल देश के लिए शहीद हो गया आज की तारीख 12 फरवरी 2019 को रमेश घर से ड्यूटी के लिए निकला था और यहां भी कहा था कि घबराओ मत मा, इस बार आऊंगा तो घर द्वार भी बनवा लूंगा पर दो दिन बाद ही उसके शहीद होने की खबर सुनते ही दिल टूट गया

बेटे की याद आते ही मां की आंखें नम हो गई जैसा कीं 2019 मै 14 फरवरी पुलवामा हमले में शहीद रमेश को शहादत दिवस को उनके घर तोफापुर उनके साथ ट्रेनिंग किया सीआरपीएफ जवान प्रदीप कुमार पाण्डे भी पहुंचा।

श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए प्रदीप ने कहा कि इलाहाबाद ट्रेनिंग के दौरान हम भी उनके साथ थे।हमारे बीच शहीद रमेश यादव आज नहीं हैं।लेकिन उनकी यादें आज भी है।हम सरकार और आमजन्ता के साथ है अपील करता हूं कि शहीद परिवार के प्रति सम्मान और सहानुभूति में कमी न रहे शहीद रमेश यादव के शहादत दिवस दिनांक 14/2/2020 को उनके घर तोफापुर में सबसे पहले उनकी प्रतिमा के सामने पिता श्यामनरायन और शहीद का बेटा आयुष ने हवन पूजन किया

।उसके बाद पिता ओर बेटा,पत्नी रीनू यादव सहित परिवार के लोगों सामाजिक, ओर राजनैतिक लोगों ने शहीद को श्रद्धांजलि दी की।शहीद की पत्नी रीनू यादव श्रद्धांजलि देते वक्त अपने आपको रोक नहीं पायी और खामोश हो गयी। शहीद के घर से निकली तिरंगा यात्रा शहीद रमेश यादव की शहादत दिवस पर युवाओं ने देश भक्ति गीतों के संग तिरंगा यात्रा निकाल कर श्रद्धांजलि अर्पित किया।

तिरंगा यात्रा शहीद के घर से निकल कर प्राथमिक विद्यालय तोफापुर पर समाप्त हुयी।तिरंगा यात्रा में सभाजीत यादव शहीद के पिता श्यामनरायन बेटा आयुष अखिलेश मिश्रा गणेशदत्त बालकिशुन आनंद मोहन गुड्डू,संजय युवा व ग्रामीण शामिल थे।शहीद रमेश यादव के शहादत दिवस पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा कार्यक्रम में पार्टी लोग अपनी आदतों से बाज नहीं है बाज नहीं आये।आतंकवादियों से मुठभेड़ में शहीद हुए बाँदा के वीरपुत्र CRPF विकास कुमार

सही समय पर कार्यक्रम को भी अपने अनुरूप कराने में पार्टी के नेता लगें रहे नहीं किया।शहीद को श्रद्धांजलि देने घर जाने की जगह सियासी लोग श्रद्धांजलि गोष्ठी में अपना चेहरा दिखाना ही मुनासिब समझा।हद तो तब हो गयी जब गोष्ठी में बिरहा गवाकर जनप्रतिनिधि इनाम बांटने लगे।कार्यक्रम में सकलडीहा के विधायक भी आने वाले थे।लेकिन वह नहीं आये और अपने भाई को भेजा यही शाम को गांव के युवा कैंडल मार्च और पद यात्रा निकालकर श्रद्धांजलि शहीद के नाम अर्पित करेंगे इसमें सैकड़ों संख्या में थे