भारत में अब 16 जनवरी से कोरोना वायरस की वैक्सीन का टीकाकरण शुरू होने जा रहा है। इसके लिए सभी राज्यों में तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। टीकाकरण से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (11 जनवरी) को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से इन तैयारियों को लेकर बैठक की।
कोरोना वॉरियर्स को पहले लगेगा टीका- पीएम मोदी
मुख्यमंत्रियों संग बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सबसे पहले फ्रंट लाइन वर्कर्स को कोरोना की वैक्सीन लगेगी। इसके बाद सफाई कर्मियों को टीका लगेगा। इसके बाद पुलिसकर्मियों, सुरक्षाकर्मियों, सुरक्षा बल के जवानों को कोरोना का वैक्सीनेशन होगा।
दूसरे चरण में इनको लगेगी कोरोना वैक्सीन
दूसरे चरण में 50 वर्ष से ज्यादा आयु के सभी लोगों को और 50 वर्ष से कम आयु के उन बीमार लोगों को जिन्हें संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा है, उन्हें टीका लगाया जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि को-विन प्लैटफॉर्म के जरिए टीकाकरण प्रक्रिया की निगरानी होगी। पहली डोज के बाद लोगों को डिजिटल सर्टिफिकेट दिया जाएगा। कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज जब लग जाएगी तब फाइनल सर्टिफिकेट दिया जाएगा।
केंद्र सरकार उठाएगी खर्च
समाचार पत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि पहले चरण में तीन करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंट लाइन वर्कर्स को टीका दिया जाएगा। इस चरण में पूरा खर्च केंद्र सरकार उठाएगी। दूसरे चरण में 50 साल से ऊपर और गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोगों को इसमें जोड़ा जाएगा। इनकी संख्या 27 करोड़ रहेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले चरण के खत्म होने तक कई और वैक्सीन भी हमारे पास होंगी। हम फिर उन पर विचार करेंगे।
#WATCH live via ANI: PM Modi interacts with CMs of all states via video conferencing. #COVID19 https://t.co/xyts3FO26b
— ANI (@ANI) January 11, 2021
निर्णायक चरण में पहुंची लड़ाई
बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारा देश कोरोना के खिलाफ लड़ाई में एक निर्णायक चरण में प्रवेश कर रहा है। यह चरण है कोरोना के खिलाफ टीकाकरण का है। हम 16 जनवरी से दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू कर रहे हैं। हम कोरोना संकट की शुरुआत से ही वैज्ञानिक समुदाय की सलाह के आधार पर काम करते रहे हैं। टीकाकरण के मामले में भी हम इसी दिशा में चले हैं।
दोनों वैक्सीन मेड इन इंडिया
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे लिए गौरव की बात है कि जिन दो वैक्सीन को आपात इस्तेमाल की इजाजत दी गई है वो दोनों ही मेड इन इंडिया हैं। भारत को टीकाकरण का जो अनुभव है जो दूर-सुदूर क्षेत्रों तक पहुंचने की व्यवस्थाएं हैं वो इस अभियान में भी बहुत उपयोगी सिद्ध होने वाली हैं।
8 करोड़ से अधिक की खुराक का ऑर्डर
देश में 16 जनवरी से शुरू होने वाले टीकाकरण अभियान से पहले सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) और भारत बायोटेक से कोविड-19 टीके की छह करोड़ से अधिक खुराक खरीदने का ऑर्डर दिया। इस ऑर्डर की कुल कीमत करीब 1300 करोड़ रुपये होगी। सूत्रों ने बताया कि सरकार ने भारत बायोटेक को 55 लाख खुराक का ऑर्डर दिया है, जिसकी लागत 162 करोड़ रुपये है।