उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की परीक्षा में पेपर लीक होने के बाद खालिद मलिक और उसकी बहन सबिया को गिरफ्तार किया गया, जिन पर परीक्षा प्रश्नपत्र वायरल करने का आरोप है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना को “नकल जिहाद” करार दिया।
लेखन – हिंदुजा
उत्तराखंड में बीजेपी की राज्य सरकार के खिलाफ कड़ा प्रदर्शन चल रहा है। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की परीक्षा रविवार (21 सितम्बर 2025) को हुयी थी मगर परीक्षा के शुरू होते ही पेपर लीक होने का आरोप सामने आया है। द हिन्दू के अनुसार प्रश्न पत्र के तीन पन्ने ऑनलाइन वायरल हुए थे और इसमें खालिद मलिक और बहन सबिया का नाम सामने आया है।
फिलहाल आरोपियों खालिद मलिक और उनकी बहन सबिया को गिरफ्तार कर लिया गया है मगर द इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, प्रदर्शनकारियों का दावा है कि यह मामला केवल इन दो व्यक्तियों तक सीमित नहीं है।
तभी परीक्षा में पेपर लीक मामले में पुलिस द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी के एक दिन बाद उत्तराखंड में 24 सितम्बर को राज्य सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर हेरफेर के आरोपों को लेकर व्यापक विरोध प्रदर्शन किये गए।
द इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, उत्तराखंड बेरोज़गार संगठन और अन्य समूहों ने लोगों से मार्च करने का आह्वान किया है ताकि वो राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर सकें। रविवार को पेपर लीक के दावों के सामने आने के बाद से सैकड़ों युवा राज्य की राजधानी के परेड ग्राउंड में जमा हुए।
पेपर लीक के इस मामले में बयान देते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना को “नकल जिहाद” करार दिया। ऐसा इसलिए क्यूंकि आरोपी मुस्लिम समुदाय से आते हैं। बीजेपी पार्टी द्वारा लव जिहाद, फ्लड जिहाद, थूक जिहाद जैसे नाम देने के बाद अब मुसलमानो के खिलाफ नक़ल जिहाद करने का आरोप भी शामिल कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “युवाओं के भविष्य को बर्बाद करने के लिए ये लोग मिलकर पेपर लीक करने की साजिश करते हैं। कोचिंग माफिया और नकल माफिया मिलकर राज्य में नकल जिहाद करते हैं ताकि क्षेत्र में अराजकता फैलाई जा सके। मैं उन माफियाओं और जिहादियों को चेतावनी देता हूँ कि जब तक ये माफिया नष्ट नहीं होंगे, हम चैन से नहीं बैठेंगे।”
पुलिस ने बताया कि परीक्षा में उम्मीदवार के रूप में शामिल खालिद को हरिद्वार के लक्सर क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी से पहले खालिद तीन दिन से फरार था। हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) प्रमोद सिंह डोबाल ने आरोपी की गिरफ्तारी की जानकारी दी।
द हिन्दू के मुताबिक, जांच अधिकारी और ऋषिकेश के पुलिस अधीक्षक (SP) जया बलुनी ने बताया कि जांच के दौरान जुटाए गए सबूतों से स्पष्ट हुआ कि खालिद कथित तौर पर हरिद्वार के पठरी क्षेत्र के बहादुरपुर जाट गांव स्थित आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज परीक्षा केंद्र में एक डिवाइस लेकर गया था, जिससे उसने प्रश्न पत्र के तीन पन्नों की फोटो खींची और दूसरों को भेजी
जिसके बाद इन तीन पन्नों के स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल हो गए, स्क्रीनशॉट में फोटो लेने का समय परीक्षा शुरू होने के तुरंत बाद का दिखा।
इस घटना के बाद आयोग ने देहरादून पुलिस से विस्तृत जांच करने की शिकायत दर्ज कराई और देहरादून के SSP अजय सिंह ने इस मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया।
टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, जिस कॉलेज में पेपर लीक हुआ, उसके प्रिंसिपल धर्मेंद्र चौहान ने कहा कि परीक्षा के दौरान इस्तेमाल की गई 18 कक्षाओं में से केवल 15 में ही मोबाइल सिग्नल को रोकने के लिए जैमर लगाए गए थे। चौहान ने बताया कि खालिद जिस कक्षा में बैठा था, वहाँ जैमर नहीं था इसी लिए फोटो भेजी जा सकी।
उत्तराखंड राज्य में विभिन्न पदों पर भर्ती से जुड़े घोटाले सामने आते रहे हैं। न्यूज़क्लिक के मुताबिक, 2021 में UKSSSC पेपर लीक घोटाले के बाद, सचिवालय गार्ड भर्ती परीक्षा में भी पेपर लीक का एक और घोटाला सामने आया। इस मामले में उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने देहरादून के रायपुर थाने में छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। जांच में खुलासा हुआ कि परीक्षा से काफी पहले ही प्रश्नपत्र 10 लाख रुपये प्रति कॉपी के हिसाब से बेचा गया था।
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