खबर लहरिया Blog यूपी : जलनिकासी की गंभीर समस्या से जूझ रहे गाँव

यूपी : जलनिकासी की गंभीर समस्या से जूझ रहे गाँव

जलनिकासी की व्यवस्था न होने के कारण लरगन गांव के ग्रामीण पिछले कई साल से जल भराव की समस्या से जूझ रहे हैं, लेकिन शिकायतों के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में न तो पानी निकासी की उचित व्यवस्था है और न ही साफ-सफाई की। इससे गांव में संक्रामक रोग फैलने की आशंका बनी है।

जिला ललितपुर,ब्लॉक महरौनी, गाँव लरगन में नाला निर्माण नहीं हुआ है जिससे जगह-जगह पानी का जमावड़ा हो गया है। रास्ते में पानी भरे होने से लोगों का निकलना मुस्किल हो रहा है। इतना ही नहीं तमाम प्रकार की बिमारियों की आशंका भी लोगों में बनीं हुई है। यह सिर्फ लरगन गाँव की ही समस्या नहीं है ऐसे कई गाँव का हाल हमने देखा जिनकी आपके साथ विस्तार से चर्चा कर कर रही हूँ।

यह बोली जनता..

लरगन गाँव निवासी रामकुमार का कहना है कि गाँव में नाली निर्माण न होना पानी निकासी की सबसे बड़ी समस्या बन गया है। इस वजह से कई प्रकार की समस्याएं आती हैं जैसे कि यहां से कोई मोटरसाइकिल निकलती है तो कई बार फिसल के गिर जाती है। ऐसी स्थिति में लड़के बच्चों के हाथ पैरों में चोट भी आ गई है। इन सब समस्याओं के साथ कई बार लोगों ने मांग की है और शिकायत भी की पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। प्रधान से भी बोला है कि गांव के नाले का निर्माण करवा दें पर वह भी नहीं सुनते। गाँव के बाहर ही पास में स्कूल है तो बच्चों का निकलना होता है कपड़े ख़राब होते हैं। बच्चों को कौन रोक सकता है इधर रोंकोगे उधर वही काम करेंगे। इसलिए आये दिन फिसलकर गिरते भी हैं।

अधिकारियों को कई बार दिया पत्र

वीजपाल ने बताया कि एक पंचवर्षीय बीत चुकी है और दूसरी लग गई है। पिछले 5 सालों में कोई सुनवाई नहीं हुई है। रास्ते में पानी भरा हुआ है जिससे वह लोग अपने दरवाजे पर नहीं बैठ पाते हैं ना ही बच्चे खेल पाते हैं। कीचड़ की वजह से काफी बदबू आती है। जहाँ कूड़ा कचरा होगा वहां बीमारियां पनपेंगी ही क्योंकि उसमें कई प्रकार के कीटाणु भी उत्पन्न होते हैं। इस वजह से कई प्रकार की बीमारियां भी फैलने का भी संदेह है। जहाँ एक तरफ सरकार साफ़ सफाई को लेकर विशेष अभियान चला रही हैं वहीँ दूसरी तरफ इस गाँव के लोग गंदगी में जी रहे हैं। नाली नहीं बनी है उसकी वजह से गंदगी भी है उसकी सफाई भी नहीं हो पाती है। सफाई हो जाए तो कमसे कम बिमारियों का खतरा तो टल जायेगा।

स्थानीय निवासी बाबू लाल कहते हैं कि उनका पूरा गांव पिछड़ा हुआ है। इतने सालों में कहीं भी नाला निर्माण नहीं हुआ है। ऐसा कोई भी विकास नहीं हुआ है जिससे लोग कह सकें कि इस गाँव में भी विकास हुआ है ना तो इस गांव में सही तरीके से रास्ते हैं ना ही कोई सीसी रोड। आवास की तो बात ही छोड़ दो लोग जैसे-तैसे लोग रह रहे हैं।

कीचड़ पर फिसलने से टूट गया पैर-देवी सिंह

देवी सिंह का कहना है कि हम लोगों ने कई बार शिकायत की है ब्लॉक से लेकर के जिला स्तर पर लेकिन शासन प्रशासन पर कोई फर्क नहीं पड़ता है। जो भी समस्या बताओ सब पेंडिंग में ही डाल देते हैं। एक ही आश्वासन देते हैं हां हो जाएगा हो जाएगा पर पता नहीं कब हो जाएगा। ऐसे आशवासन पर कदम आगे नहीं बढ़ पाते की करें तो क्या करें। कीचड़ से भरी सड़क है ऐसे मौके पर किसी के घर में कोई समारोह हो तो समझ लो की कालीन की जगह जमीन पर मिटटी नजर जायेगी। हरदास भी इस समस्या से बहुत परेशान हैं वे कहते हैं की पता नहीं इस गाँव में विकास होते कब देखने को मिलेगा। जहां देखो वहां कीचड़ भरा हुआ है। हरदास बताते हैं कि उनकी बहू को लड़का हुआ है जिसका प्रोग्राम था। घर में मेहमान आए थे कीचड़ में गाड़ी गिरने से एक का पैर टूट गया था और भी इस तरह के हादसे होते रहते हैं।

यही हाल ललितपुर जिले के गाँव छिल्ला का भी है। यहाँ के लगभग 50 लोग कई सालों से नाली ना बनने की वजह से काफ़ी परेशान है। नाली ना होने की वजह से नहाने, बर्तन धोने और कपड़े धोने का पानी दूसरों के दरवाज़ों पर आ जाता है। जिससे लड़ाई-झगड़ा भी होता है। कई बार लोगों ने प्रधान, रोज़गार सेवक और सचिव से भी शिकायत की लेकिन, कोई सुनवाई नहीं हुई। बारिश हो या गर्मी, हर समय यही समस्या बनी रहती है।

संजय कुमार पाण्डेय खंड विकास अधिकारी महरौनी से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने ऑफ कैमरा बताया है कि अभी तक यह समस्या उनके संज्ञान में नहीं आयी है और अगर ऐसा है तो गाँव वाले इसकी एक लिखित दरखास दें। जिससे जाँच के बाद उस गाँव में नाली का निर्माण कराया जा सके।

आपको बताते चलें की यह सिर्फ एक जिला या एक गाँव की समस्या नहीं है। अगर आप गाँव में निकलेंगे तो पायेंगे की ज्यादातर ऐसे गाँव होंगे जहाँ नाली, नाला की दिक्कत से जूझते लोग मिल जायेंगे। आइये एक नजर और भी गाँव पर डाल लेते हैं।

प्रधान ने किया खुद का विकास- ग्रामीणों का आरोप

जिला चित्रकूट, ब्लाक कर्वी, गांव रगौली में नाली नहीं बनी है लोगों का आरोप है कि आज तक जितने भी प्रधान हुए सबने अपना खुद का विकास किया। प्रधानी के पैसे से गाड़ी मोटर घर सब बनवा लिया लेकिन गाँव में एक नाली नहीं बनवाई। प्रधान गाँव का मुखिया होता है सबकी समस्या पर ध्यान देना उनका काम होता है लेकिन जब जीत जाते हैं तो लोग खुद का विकास करते हैं। इस बारे में जब यहाँ के सचिव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह सब झूठा आरोप है अभी बजट आ ही नहीं रहा है तो कैसे बनवाया जाए। विभाग में बात हुई थी बोला गया है कि बजट आने ही वाला है जब आ जायेगा तो काम शुरू कराया जाएगा।

चुनाव जीतने के बाद अधिकारी भटक गये गाँव का रास्ता

यही हाल टीकमगढ़ जिले के गाँव मानिकपुरा का है यहाँ नाली और सीसी रोड का निर्माण न होने से सड़कों पर पानी भरा रहता है। मानिकपुरा के ग्रामीण नत्थू कुशवाहा, प्रेमलाल, पंचम लाल और राजकुमारी का कहना है कि 10 साल से वह इस समस्या से जद्दोजहद कर रहे हैं। इस गंदगी की वजह से गाँव में काफी मच्छर पनप रहा है जिससे मलेरिया बुखार फ़ैल रहा है। इसके बारे में हम लोगों ने कई बार गांव के सरपंच और सिक्रेटरी से भी बात की है तो सरपंच कहते हैं कि तुम लोगों ने वोट नहीं दिए गए हैं। अक्सर जीतने के बाद इस तरह के बहाने ग्रामीणों को सुनाते हैं चाहे प्रधान हो, सरपंच हो, सचिव हो या कोई अन्य अधिकारी। इसलिए ग्रामीणों की गुजारिश है कि सरकार उनके गांव में नाली का निर्माण कराये।

इस मामले में मानिकपुरा सचिव नितिन दुबे से बात की गई तो उनका कहना है कि वहां पर 2010 में सीसी रोड बना था, और अभी भी सीसी रोड है। ग्रामीणों की समस्या को देखते हुए नाली निर्माण के लिए स्टीमेट तैयार कर लिया गया है। जैसे ही शासन से बजट पास हो जाता है नाली का निर्माण कराया जाएगा।

इस खबर की रिपोर्टिंग राजकुमारी द्वारा की गयी है।

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