यूपी TET की परीक्षा तय दिन के अनुसार 28 नवंबर को ही होनी थी लेकिन पेपर लीक होने की वजह से परीक्षाएं रद्द कर दी गयी। अब परीक्षा की तारीख लगभग एक महीने बाद 26 दिसंबर को रखी गयी है।
यूपी टीईटी का पेपर लीक होने के बाद नई परीक्षा की तारीख 26 दिसंबर 2021 तय की गयी है। 28 नवंबर रविवार को अयोध्या में टीआईटी की परीक्षा आयोजित की गई थी। परीक्षा के दिन सुबह ही पेपर लीक हो गया।
दो पालियों में परीक्षा आयोजित होनी थी जिसमें जनपद में हजारों की संख्या में छात्र परीक्षा देने के लिए परीक्षा केंद्रों पर पहुंचे थे। कई केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की जा रही थी लेकिन अचानक विद्यालय में शिक्षकों ने पहुंचकर परीक्षार्थियों को जानकारी देते हुए बताया कि पेपर लीक हो गया है। जिसके चलते परीक्षा रोक दी गई। जिसके बाद छात्रों में आक्रोश था और छात्र इस लापरवाही का ज़िम्मेदार प्रदेश सरकार को ठहरा रहे हैं।
दरसअल टीईटी परीक्षा के पेपर लीक की सूचना पर अयोध्या के डीएम नीतीश कुमार ने सभी केंद्रों पर भिजवाई थी। पेपर लीक में एसटीएफ ने कई लोगों को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कस्टडी में लिया है।
आपको बता दें, परीक्षाओं के फॉर्म भरवाने के दौरान कॉलेजों द्वारा हर वर्ग के छात्रों द्वारा अलग-अलग फीस ली जाती है। अनुमानित तौर पर भी अगर इन फीसों की रकम को जोड़ा जाए तो करोड़ो-अरबों तक इन पैसों की गिनती की जा सकती है। अब ऐसे में जो छात्र गरीब वर्ग से आते हैं, वह दोबारा उतने ही पैसे फॉर्म के लिए कैसे भरेंगे? सरकार ने तो कह दिया, अच्छा पेपर लीक हो गया तो दोबारा हो जाएगा। छात्रों ने बताया कि पेपर अच्छा आया था, उन्होंने बहुत मेहनत भी की थी। ऐसे में पेपर लीक और रद्द होने की खबर सुनना उन छात्रों के लिए किसी सदमें से कम नहीं था, जिन्होंने पूरे साल इसी दिन के लिए तैयारी की थी। कई छात्रों ने तो यह भी आरोप लगाया कि सरकार सिर्फ पैसे भरवाती और बाद में बहाने करती है।
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योगी सरकार के दौरान कई पेपर हुए हैं लीक
प्रदेश में योगी सरकार बनने के बाद आज तक विभिन्न परीक्षाओं में हुए पेपर लीक की जानकारी हम आपको दे रहे हैं।
◆ अगस्त 2017, सब इंस्पेक्टर पेपर लीक
◆ फरवरी 2018, UPPCL पेपर लीक
◆ अप्रैल 2018, UP पुलिस का पेपर लीक
◆ जुलाई 2018, अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड का पेपर लीक
◆ अगस्त 2018, स्वास्थ्य विभाग प्रोन्नत पेपर लीक
◆ सितंबर 2018, नलकूप ऑपरेटर पेपर लीक
◆ 41520 सिपाही भर्ती पेपर लीक
◆ जुलाई 2020, 69000 शिक्षक भर्ती पेपर लीक
◆अगस्त 2021, बीएड प्रवेश परीक्षा पेपर लीक
◆ अगस्त 2021, PET पेपर लीक
◆ अक्टूबर 2021, सहायता प्राप्त स्कूल शिक्षक/प्रधानाचार्य पेपर लीक
◆ अगस्त 2021, UP TGT पेपर लीक
◆ NEET पेपर लीक
◆ NDA पेपर लीक
◆ SSC पेपर लीक
◆ 28 नवंबर 2021 UPTET पेपर लीक
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UPTET का पेपर लीक होने पर छात्रों का फूटा गुस्सा
कई केंद्रों पर परीक्षा की शुरुआत हो गई थी और बच्चों में बुकलेट वगैरह बांट दिए थे लेकिन अचानक से पेपर लीक की खबर सुनकर छात्रों का गुस्सा फूट गया। छात्रों का कहना है कि परीक्षा का दिन फिक्स करके परीक्षा नहीं करवाते हैं, क्या मतलब है टाइम ही बर्बाद कर रहे हैं। कोई यूपी एसआई की तैयारी कर रहा है तो कोई यूपीटेट, पीजीटी, टीजीटी की तैयारी कर रहा है। सबका इकट्ठा पेपर करवाते हैं फिर सामने आता है यह पेपर लीक हो गया, वह पेपर लीक हो गया तो इससे समय ही बर्बाद हो रहा है ना। इससे बच्चों की भविष्य भी बर्बाद हो रहा है। हमने बहुत अच्छी तैयारी की थी और पेपर भी बहुत अच्छा आया था लेकिन क्या फायदा पेपर लीक हो गया तो समझ लो सब गलत हो गया। यह प्रशासन की गलती है, प्रशासन अगर सही से काम करें तो सब सही है नहीं तो सब गलत ही होगा।
स्मिता सिन्हा का कहना है इसमें सिर्फ सरकार की करामात है। सरकार जो चाहती है वही करती है। अभी हाल में ही टीजीटी का पेपर नहीं हुआ था तो उसमें सरकार की कोई प्रतिक्रिया नहीं थी लेकिन जब यह पेपर लीक हुआ तो सरकार अपना रंग दिखा रही है क्योंकि सरकार वैकेंसी नहीं देना चाहती है। बस हम लोग तैयारी करते रहते हैं और सुनते रहते हैं। पेपर कब होगा, अब होगा सालों निकल जाते हैं। सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए। पेपर सही तरीके से और सुचार रूप से करवाना चाहिए।
बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ सतीश द्विवेदी ने दिया जांच का वादा
यूपी टीईटी की परीक्षा रद्द होने पर बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ सतीश द्विवेदी ने कहा, ” यू.पी. टीईटी की परीक्षा के पेपर लीक होने की सूचना मिली है इसलिए दोनों पालियों की परीक्षा तत्काल प्रभाव से निरस्त की जा रही है। पुनः एक महीने के भीतर अभ्यर्थियों से बिना कोई शुल्क लिए परीक्षा कराई जाएगी। एफ.आई.आर. कराने के निर्देश दिए गए हैं और यूपी एसटीएफ को जांच सौंपी जा रही है ताकि दोषियों को चिन्हित करके उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जा सके।”
परीक्षा लीक को लेकर सीएम योगी का बयान
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, “यूपी टेट का पेपर लीक करने वालों के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।”
जानकारी के अनुसार, 21 लाख अभ्यार्थी यूपी टेट की परीक्षा में शामिल हुए थे।
ऐसे में क्या युवाओं का भविष्य सुरक्षित है? युवा सालों साल परीक्षाओं की तैयारी करते हैं और आखिर में जब इस तरह का कोई मामला हो जाता है तो वह सिर्फ उन्हें हताश करने का काम करता है। योगी सरकार के दौरान पेपरों का लीक होना उनकी शिक्षा व्यवस्था और शिक्षा मंत्रालय पर बड़ा सवाल खड़ा करती है। क्या मंत्रालय इतना भी सुदृढ़ नहीं कि वह परीक्षा के पेपर को सुरक्षित रख सके? वहीं अभी तक परीक्षा के पेपर लीक होने के पीछे के आरोपियों की भी कोई खबर सामने नहीं आई है।
इस खबर की रिपोर्टिंग कुमकुम द्वारा की गयी है।
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